केकड़ी (आदित्य न्यूज नेटवर्क) दौसा जिले के लालसोट कस्बे में महिला चिकित्सक की आत्महत्या के मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर शुक्रवार को राजकीय जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों ने उपखण्ड अधिकारी विकास पंचोली को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने बताया कि लालसोट प्रकरण के दोषियों को कड़ी सजा से दण्डित किया जाए। ज्ञापन देने से पहले अस्पताल परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा को संबोधित करते हुए राजकीय जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. गणपतराज पुरी ने कहा कि डॉ. अर्चना शर्मा ने आत्महत्या नहीं की है, अपितु उन्होंने चिकित्सक समुदाय के लिए कुर्बानी दी है। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलेगा चिकित्सक समुदाय चुप नहीं बैठेगा।
उन्होंने कहा कि प्रकरण से सबक लेते हुए राज्य सरकार को चिकित्सकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कानून लागू करने चाहिए, ताकि भविष्य में चिकित्सकों के साथ इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो। इस मौके पर डॉ. मुनेश जैन, डॉ. डी.डी. गुप्ता, डॉ. वरुण, डॉ. भूपेन्द्र, डॉ. लालकृष्ण कुमावत, डॉ. अक्षय, डॉ. मीनाक्षी धाकड़, डॉ. सीमा, डॉ. मानसिंह बैरवा, डॉ. रामकिशोर, डॉ. अनिल बब्बानी, डॉ. प्रतीक सिंह, डॉ. यशपाल चौधरी, डॉ. अखिल शर्मा, डॉ. शिखा असावा, डॉ. संदीप, डॉ. मनोज नागर, डॉ. प्रीति निमेड़िया, डॉ. हरिओम गुप्ता, डॉ. ज्योति चंदेल, डॉ. रोहित पारीक, डॉ. मुंशीलाल मीणा, डॉ. सुनील खत्री, डॉ. अनिल जाटव, डॉ. नवीन कुमावत, डॉ. नवीन जांगिड़, डॉ. राजकुमार, डॉ. अनूप धानका समेत अनेक चिकित्सक मौजूद रहे।