केकड़ी, 24 अगस्त (आदित्य न्यूज नेटवर्क): यहां तीन माह पहले सेवानिवृत्त शिक्षक के साथ ऑनलाइन ठगी के मामले में बैंक व पुलिस की मेहनत रंग लाई है। बैंक ने साइबर ठगों से 4 लाख रुपए रिकवर कर पीड़ित के खाते में डिपोजिट कर दिए है। राशि वापस डिपोजिट होने का पता चलते ही पीड़ित शिक्षक के परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक अरविन्द कुमार ने बताया कि लगातार तीन माह के प्रयास के बाद राशि वापस रिकवर हो सकी है। इस मामले में बैंक ने तकनीक का सहारा लिया तथा ठगों पर राशि वापस जमा कराने का दबाव बनाया। इसके लिए बैंक के उच्चाधिकारियों एवं साइबर एक्सपर्ट्स की भी मदद ली गई।
क्या है मामला गत 25 मई को लसाड़िया हाल चौधरी कॉलोनी जयपुर रोड केकड़ी निवासी रामसहाय पारीक के पास बिजली का कनेक्शन काटने का मैसेज आया। अगले दिन जब उन्होंने मैसेज देखा तो उन्होंने उक्त नंबर पर संपर्क किया। कॉलर ने बिजली का बिल बकाया होने की बात कही तथा बिल जमा नहीं कराने पर कनेक्शन काटने की धमकी दी। कनेक्शन कटने के डर से रामसहाय पारीक एकाएक विचलित हो गए। उन्होंने कॉलर द्वारा मांगी गई सभी तरह की जानकारियां कॉलर को उपलब्ध करा दी। देखते ही देखते उनके खाते से दो बार में कुल 4 लाख रुपए डेबिट हो गए। ठगी का अहसास होते ही उन्होंने बैंक पहुंचकर खाते को ब्लॉक करवाया तथा साइबर सेल सहित केकड़ी शहर थाना पुलिस को ठगी की जानकारी दी।
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बिजली का कनेक्शन काटने का झांसा देकर सेवानिवृत्त शिक्षक के खाते से उड़ाए चार लाख रुपए