केकड़ी। निरंकारी सद्गुरु माता सुदीक्षा ने कहा कि नववर्ष पर हर व्यक्ति को मानवीय मूल्यों को अपनाने एवं स्वयं के जीवन को सुधारने का संकल्प करना होगा। वे निरंकारी मिशन के तत्वावधान में आयोजित वर्चुअल सत्संग में प्रवचन कर रही थी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में मिली शिक्षाओं से परिवार, समाज एवं संसार का भला करने का प्रयत्न करना है। अंदर की कमियों को दूर करने से ही सेवा भावना का विस्तार हो सकता है। हमें प्रभु से यही प्रार्थना करनी होगी कि नववर्ष में सब कुछ सामान्य हो जाए। सभी स्वस्थ रहे, सभी को सेवा, सुमिरन व सत्संग करने का अवसर प्राप्त हो। ब्रह्मज्ञान की संभाल करते हुए प्रभु के प्रति विश्वास दृढ़ हो।
उन्होंने कहा कि निरंकार को साक्षी मानते हुए सभी के प्रति प्रेम का भाव अपनाएं। प्रेम केवल शब्दों तक ही सीमित न रहे। उसे अपने जीवन एवं व्यवहार में शामिल करें। यदि हमें प्रेम और सम्मान के बदले प्रेम व सम्मान नहीं मिल रहा है तब भी हमें अपने हृदय को और अधिक विशाल बनाकर सब के प्रति प्रेम का भाव ही अपनाना है। ब्रांच मुखी अशोक रंगवानी एवं मीडिया सहायक रामचन्द टहलानी ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन के चलते आध्यात्मिक सत्संग का आयोजन फिलहाल बंद है। ऐसे में निरंकारी मिशन ने सोशल मीडिया का सहारा लेकर भक्तों को अध्यात्म से जोड़ रखा है।