केकड़ी (आदित्य न्यूज नेटवर्क) केन्द्र सरकार के राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा अजमेर जिले के केकड़ी कस्बे में संचालित उत्तर भारत के एकमात्र ई—लर्निंग इन्स्टीट्यूट की स्थिति किसी से छिपी हुई नहीं है। यह संस्थान पिछले आठ साल से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। लेकिन कोई इसकी सुध नहीं ले रहा। राजनेताओं की उदासीनता के कारण केन्द्र सरकार द्वारा संचालित यह इन्स्टीट्यूट बंद होने की कगार पर पहुंच चुका है, लेकिन जिम्मेदार चैन की नींद सो रहे है।
यह कहना है केकड़ी ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह शक्तावत का। उनका कहना रहा कि सांसद भागीरथ चौधरी को अजमेर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए तीन साल का समय हो चुका है। लेकिन उन्होंने आज दिन तक एकबार भी संसद में नाइलिट के बारे में चर्चा नहीं की। केकड़ी प्रवास के दौरान एक बार भी यहां का दौरा नहीं किया तथा इसकी सुध नहीं ली। केन्द्र सरकार के संस्थानों को बचाने के बजाए चौधरी प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार को कोसने में लगे हुए है। गत दिनों सावर में देहात जिला अध्यक्ष देवीशंकर भूतड़ा एवं अन्य भाजपा नेताओं की मौजूदगी में तहसीलदार को सौंपा गया ज्ञापन झूठी वाहवाही लूटने की कोशिश मात्र है। उन्होंने बताया कि अशोक गहलोत के नेतृत्व एवं गुजरात कांग्रेस प्रभारी, पूर्व केबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डॉ. रघु शर्मा के दिशा निर्देशन में केकड़ी विधानसभा क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास कार्य हुए है। शक्तावत ने कहा कि कांग्रेस सरकार को कोसने से विकास की अवधारणा मजबूत नहीं हो सकेगी। इसके लिए भाजपा को धरातल पर काम करना चाहिए।