केकड़ी, 12 मई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): समीपवर्ती प्रान्हेड़ा में श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ के तत्वावधान में जीर्णोद्धार उपरान्त नवीन जिनालय में जिन बिम्बों की भव्यातिभव्य प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत गुरुवार को विविध आयोजन हुए। ऊं पुण्याहं-पुण्याहं, ऊं प्रियंताम-प्रियंताम व पार्श्वनाथ के जयकारों के बीच विघ्न हरण पार्श्वनाथ मंदिर में प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा की गई। सुबह शुभ मुहूर्त में मुनि आगम रत्न सागर, मुनि प्रशम रत्न सागर एवं मुनि वज्ररत्न सागर तथा साध्वी शुभदर्शना, साध्वी डॉ. समकित प्रज्ञा एवं साध्वी स्वस्ति प्रज्ञा की पावन निश्रा तथा अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विधिकारक सिरोही निवासी मनोज कुमार हरण के मार्गदर्शन में प्रतिमाओं को प्रतिष्ठित कराया गया। परमात्मा की प्रतिष्ठा के दौरान मंदिर परिसर भगवान के जयकारों से गूंज उठा। उपस्थित जनसमूह ने एक दूसरों को बधाई देकर खुशी का इजहार किया। इस दौरान तोरण बंधन, माणक स्तंभारोपण सहित अन्य रस्में पूरी की गई। प्रतिष्ठा के बाद मंदिर परिसर में कुंकुम के थापे लगाए गए। चढ़ावा लेने वाले परिवार ने मंदिर के शिखर पर कलश एवं ध्वजा चढ़ाई। दोपहर में रूणिजा के प्रवीण जैन, नागदा के गौरव जैन एवं ढोढर के योगेश जैन के निर्देशन में अष्टोत्तरी शांति स्नात्र पूजा का आयोजन किया गया। संघ अध्यक्ष उदयसिंह संचेती ने बताया कि शुक्रवार को सुबह शुभ मुहूर्त में मंदिर के द्वारोद्घाटन एवं सत्तरभेदी पूजा के साथ महोत्सव का समापन होगा।
प्रबल पुण्योदय से बनता परमात्मा की प्रतिष्ठा का साक्षी प्रतिष्ठा के बाद मुनि आगम रत्न सागर, मुनि प्रशम रत्न सागर एवं मुनि वज्ररत्न सागर तथा साध्वी शुभदर्शना, साध्वी डॉ. समकित प्रज्ञा आदि ने प्रवचन करते हुए कहा कि पूर्व जन्म में किए गए शुभ कर्मों का उदय होने पर ही व्यक्ति सुकृत का उपयोग कर परमात्मा की प्रतिमा को प्रतिष्ठित कर सकता है। महान पुण्यशाली आत्मा का जीव परमात्म भक्ति का लाभ उठाता है। समारोह को सम्बोधित करते हुए ख्याति प्राप्त विधिकारक जिनशासन रत्न मनोज कुमार हरण ने कहा कि प्रान्हेड़ा संघ का बरसों पुराना सपना आज साकार हो गया। व्यक्ति जीवन में पैसा तो बहुत कमाता है, लेकिन प्रबल पुण्योदय होने पर ही व्यक्ति स्वयं का, संघ का व शासन का नाम रोशन कर मुक्ति पंथ का गामी बनता है। समारोह के दौरान प्रतिष्ठा महोत्सव का चढ़ावा लेने वाले लाभार्थियों, बाहर से पधारने वाले संघ प्रमुखों एवं विभिन्न आयोजनों में सहयोग करने वाले भाग्यशालियों का श्रीसंघ की ओर से बहुमान किया गया। इस मौके पर केकड़ी, बिजयनगर, सरवाड़, सावर, सदारा, कादेड़ा सहित अन्य जगहों से आए समाजबन्धु मौजूद रहे।
इन्होंने लिया लाभ संघ मंत्री भंवरलाल मेड़तवाल एवं कोषाध्यक्ष उमरावमल मेड़तवाल ने बताया कि विघ्न हरण पार्श्वनाथ भगवान की प्रतिष्ठा का लाभ उदयसिंह अभय सिंह संचेती परिवार, पदमप्रभु भगवान की प्रतिष्ठा का लाभ शांतिलाल विकास कुमार विनित कुमार चौरड़िया परिवार, मुनिसुव्रत स्वामी की प्रतिष्ठा का लाभ उमरावमल अंकुर कुमार मेड़तवाल परिवार, नाकोड़ा भैरव देव की प्रतिष्ठा का लाभ जितेन्द्र सिंह सिंघवी परिवार, मणिभद्रवीर की प्रतिष्ठा का लाभ ताराचन्द लाभचन्द धूपिया परिवार, पद्मावती देवी की प्रतिष्ठा का लाभ गौतम सिंह नवरत्न सिंह जितेन्द्र कुमार बग्गाणी परिवार, चक्रेश्वरी देवी की प्रतिष्ठा का लाभ भंवरलाल संजय कुमार राजेश कुमार मेड़तवाल परिवार, प्रतिष्ठा वर्ष की ध्वजा का लाभ उदयसिंह अभयसिंह संचेती परिवार, शिखर पर स्वर्ण कलश चढ़ाने का लाभ महेन्द्र कुमार राजेन्द्र कुमार सुरेन्द्र कुमार धूपिया परिवार, रंगमण्डप पर स्वर्ण कलश चढ़ाने का लाभ अनिल कुमार अखिल कुमार कोठारी परिवार, मंगलमूर्ति प्रथम का लाभ पारसमल राहुल कुमार सोनी परिवार, मंगलमूर्ति द्वितीय का लाभ नोरतमल दिनेश कुमार संचेती, मंगलमूर्ति तृतीय का लाभ गणपत सिंह कमल कुमार अनिल कुमार महता, श्रृंगार चौकी में प्रथम कलश का लाभ सज्जन सिंह रिखबचन्द मेड़तवाल, द्वितीय कलश का लाभ रूपचन्द मनीष कुमार लुणावत परिवार एवं अंतिम कलश का लाभ कैलाशचन्द महता दूदू ने प्राप्त किया।