केकड़ी (आदित्य न्यूज नेटवर्क) नया वर्ष किसानों के लिए खुशहाली लेकर आया है। कृषि उपज मंडी में फसल बेचने आने वाले किसानों को अब मंडी में फसल बेचने पर पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। क्षेत्र के किसानों को कृषि उपज मंडी में दस हजार रुपए से अधिक मूल्य की फसल कृषि उपज मंडी में बेचने पर पुरस्कार दिया जाएगा। इसके लिए किसानों को कृषि उपज मंडी में ई—कूपन जारी किए जाएंगे। कृषि विपणन निदेशालय जयपुर ने प्रदेश की सभी कृषि उपज मंडियों के माध्यम से किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए कृषक उपहार योजना लागू की है। इसके लिए किसानों को कृषि उपज मंडी समितियों से संचालित ई—नाम परियोजना के तहत मंडियों में अपनी उपज बेचने व ई भुगतान प्राप्त करने वाले किसानों को मंडी समिति से नि:शुल्क ई उपहार कूपन जारी किए जाएंगे। कृषि उपज मण्डी समिति केकड़ी के सचिव उमेश कुमार शर्मा ने बताया कि योजना के तहत मंडी स्तर पर प्रत्येक छह माह में गेट पास की विक्रय पर्ची व भुगतान की विक्रय पर्ची पर प्रथम पुरस्कार 25 हजार रुपए, द्वितीय पुरस्कार 15 हजार और तृतीय पुरस्कार 10 हजार रुपए दिए जाएंगे। वहीं खंड स्तर पर प्रत्येक छह माह में प्रथम पुरस्कार 50 हजार, द्वितीय पुरस्कार 35 हजार व तृतीय पुरस्कार 20 हजार रुपए तथा राज्य स्तर पर साल में एक बार प्रथम पुरस्कार ढाई लाख रुपए, द्वितीय पुरस्कार डेढ़ लाख रुपए व तृतीय पुरस्कार एक लाख रुपए दिए जाएंगे।
जारी किए जाएंगे मंडी से ई-कूपन योजना का लाभ लेने के लिए किसान मंडी में ई—नाम पोर्टल पर कृषि उपज मंडी के गेट के पास, विक्रय पर्ची जिसका मूल्य दस हजार या उससे अधिक होने पर विक्रय पर्ची भुगतान पर ई कूपन मंडी समितियों के माध्यम से जारी किए जाएंगे। किसान कृषि उपज मंडी समिति में बेचान के लिए उपज लाकर ई—नाम पोर्टल पर अपनी उपज की अधिकतम कीमत पाकर राजस्थान सरकार की कृषक उपहार योजना का लाभ ले सकेंगे।
ऑनलाइन रहेगी प्रक्रिया इस योजना में किसानों के लिए प्रत्येक स्तर पर हर छह माह में तीन पुरस्कार जारी किए जाएंगे। इसमें कूपन की प्रक्रिया ऑनलाइन रहेगी तथा छह माह में मंडियों में ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से छह किसानों का चयन किया जाएगा। राज्य सरकार ने किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए कृषक उपहार योजना शुरू की है। जिसके तहत कृषि मंडी समितियों में ई कूपन जारी किए जाएंगे तथा किसानों को लॉटरी के माध्यम से पुरस्कृत किया जाएगा।