मेवदाकला, 19 मई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): मेवदाकला के दादू दयाल आश्रम में चल रही श्रीराम कथा में गुरुवार को कथावाचक राम झूलन दास महाराज ने कहा कि राम कथा भारत भूमि की गौरव गाथा तो है ही एक आदर्श परिवार के रिश्तों को मजबूत बनाने की भी प्रेरणा देती है। प्रभु राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा गया है क्योंकि उनके जीवन चरित्र में कहीं दोष नहीं है। यह निर्दोषता ही उन्हें भगवान बनाती है। राम कथा में दुर्लभ मनुष्य जीवन को धन्य बनाने के अनेक मंत्रों का खजाना भरा हुआ है। रामकथा सभी तरह के पापों का नाश करती है। इस कथा में माता-पिता के लिए आदर, गुरुजनों के लिए श्रद्धा, वनवासियों के लिए परम प्रेम और सेवक पर अटूट विश्वास के अनेक प्रसंग है। जो बदलते समाज के लिए प्रेरणा का विषय है। राम कथा कोई कहानी नहीं मनुष्य के लिए बनाए गई आचार संहिता है।

श्रीराम कथा में मेवदाकला दादू दयाल आश्रम के संत रामेश्वर दास तपस्वी कहा कि पदार्थ भी दो प्रकार के होते हैं एक तो भोजन पदार्थ होता है। वस्त्र का जब वर्णन आया तो चौकी लक्ष्मण का रंग पीला है तो वस्त्र भी बन गए। वर्षा काल में छत्र बन गए। राम को जिन जिन वस्तुओं की आवश्यकता हुई वह लक्ष्मण बन गए। तुलसीदास को यह पता चल गया कि राम की सभी जरूरत की वस्तुएं स्वयं बन जाते हैं। कथा के दौरान कथावाचक राम झूलन दास महाराज भावपूर्ण रस के साथ श्रद्धालुओं को कथा का रसपान करवा रहे हैं। क्षेत्र के श्रद्धालुओं को भी रामकथा का आनंद उठाने का सौभाग्य मिल रहा है। इस दौरान दादू दयाल आश्रम पर रात्रि काल में विशेष सजावट एवं हरि बोल कीर्तन का आयोजन भी किया जा रहा है।