केकड़ी (आदित्य न्यूज नेटवर्क) जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव रामपाल जाट ने कहा कि न्यायालय में कई ऐसे मामले विचाराधीन हैं। जिनमे हम सकारात्मक प्रयास करें तो उनमे राजीनामा हो सकता है। इसके लिए योजना बना कर कार्य करने की आवश्यकता है। वे बुधवार को न्यायिक अधिकारियों की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो—ढाई सालों से न्यायालय में विचाराधीन मामलों का निस्तारण होने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में यह अच्छा मौका है। जिसके माध्यम से हम पक्षकारों को राहत प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने मोटर दुर्घटना तथा पारिवारिक मामलों के निस्तारण पर जोर देते हुए बीमा कम्पनी के अधिवक्ताओं से कहा कि वे सही व उचित मामलों की छंटनी करें तथा राजीनामा योग्य प्रकरण में राजीनामा करवाएं। राजीनामे से प्रकरण का निस्तारण होने पर आपसी सद्भाव बना रहता है। इस दौरान उन्होंने आगामी 12 मार्च को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारियों की समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा—निर्देश दिए।
बैठक में तालुका विधिक सेवा समिति की अध्यक्ष अपर जिला न्यायाधीश संख्या दो कुंतल जैन, अपर जिला न्यायाधीश संख्या एक अंबिका सोनी, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम युवराज सिंह, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय कविता राणावत, न्यायिक मजिस्ट्रेट मर्यादा शर्मा, उपखण्ड अधिकारी विकास पंचोली, तहसीलदार राहुल पारीक, बार अध्यक्ष चेतन धाभाई, सचिव सीताराम कुमावत, बार के पूर्व अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह राठौड़, अधिवक्ता अजय पारीक, अधिवक्ता नवल किशोर पारीक, अपर लोक अभियोजक परवेज नकवी, एडवोकेट मनोज आहूजा, नितिन जोशी, मुकेश गढ़वाल, एसबीआई बैंक के मैनेजर राजेंद्र मीणा, बड़ौदा राजस्थान ग्रामीण बैंक के मैनेजर पीएस बग्गा, बैंक ऑफ बड़ौदा के चीफ मैनेजर एमपी जैन, सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के रवि प्रधान समेत कई जने मौजूद रहे। बैठक में बार अध्यक्ष धाभाई समेत बीमा कम्पनियों के वकीलों ने अधिकाधिक प्रकरणों का निस्तारण करवाने के लिए आश्वस्त किया।