केकड़ी (आदित्य न्यूज नेटवर्क) प्रमुख गौ—भक्त एवं समाजसेवी पटेल रामधन खाखल के निधन पर शनिवार को कोटा रोड स्थित निवास स्थान पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने पटेल साब के नाम से जाने पहचाने जाने वाले समीपवर्ती गांव उगांई के मूल निवासी पटेल रामधन खाखल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि पटेल साब के निधन से एक युग का अंत हो गया है। केकड़ी में राजकीय महाविद्यालय खुलवाने एवं कृषि उपज मण्डी को जयपुर रोड पर शिफ्ट कराने का सम्पूर्ण श्रेय पटेल साब को जाता है। ब्यावर रोड चौराहे पर स्थित किसान छात्रावास का निर्माण भी पटेल साब की दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण ही संभव हो सका है। धर्म के प्रति विशेष आस्थावान पटेल साब का सम्पूर्ण जीवन गोसेवा के लिए समर्पित रहा है। उनके निर्देशन में ही केकड़ी गोशाला ने विकास के नए आयाम स्थापित किए है। वे 2 अप्रेल 1976 से 30 अप्रेल 1978 तक केकड़ी पंचायत समिति के कार्यवाहक प्रधान रह चुके है। इसके अलावा वे कई वर्षों तक कृषि उपज मंडी समिति के अध्यक्ष भी रहे हैं।
श्रद्धांजलि सभा में मौजूद लोगों ने पटेल साब के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित किए तथा भावपूर्वक श्रद्धांजलि दी।सभा के दौरान पूर्व केन्द्रीय मंत्री सीआर चौधरी, पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत, अजमेर डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी, प्रो. ज्ञानचन्द सुराणा, प्रो. केसी जैन, पूरण कुमार कारिहा, शिवरतन मून्दड़ा, रिखबचन्द धम्माणी, गणेश सिंह भाटी, नाथूलाल शर्मा समेत अन्य ने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर किशनगढ़ के पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया, पटेल साब के पुत्र किशनगोपाल चौधरी, अजमेर सीसीबी के चेयरमेन मदनगोपाल चौधरी, पौत्र राधे, गोविन्द, अभिमन्यु व प्रपौत्र शिवांश समेत अनेक जने मौजूद रहे।
सभा के दौरान केन्द्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, केकड़ी व्यापारिक एसोसिएशन, कांग्रेस शहर कमेटी, भाजपा शहर मंडल, भाजपा नेता मिथिलेश गौतम, रिको व्यापारिक एसोसिएशन, अजमेर जिला माहेश्वरी सभा, व्यवसायी सुभाष कटारिया, लॉयंस क्लब, आर्य समाज, बढ़ते कदम संस्थान, भारत विकास परिषद, मानव सेवा धर्मार्थ ट्रस्ट, राजस्थान ब्राह्मण समाज, राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील, तेलियान समाज, एमएलडी संस्थान, खांडल विप्र समाज एवं बार एसोसिएशन समेत कई धार्मिक, सामाजिक व्यापारिक व राजनैतिक संगठनों की ओर से संवेदना पत्र प्राप्त हुए। जिन्हें प्रो. ज्ञानचन्द सुराणा ने पढ़कर सुनाया। श्रद्धांजलि सभा में छीतरमल शर्मा, भंवरलाल फतहपुरिया, शैलेन्द्र बोरदिया, सोनू लोढ़ा, अनिल मित्तल, गौतम सिंह जैन, शिवप्रकाश तोषनीवाल, धर्मीचन्द न्याती, जगदीश फतहपुरिया, विनय नाहटा, ओमप्रकाश फतहपुरिया समेत अनेक जने मौजूद रहे।