Sunday, February 16, 2025
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सफल जीवन का मूल मंत्र ‘अनुशासन’

केकड़ी। निर्मला कोठारी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय सावर में सोमवार को प्रवेशोत्सव आयोजित किया गया। इस दौरान सत्र 2021—22 के लिए बीएड प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले छात्राध्यापकों व छात्राध्यापिकाओं का अभिनन्दन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए संस्थान निदेशक एस.एन. न्याती ने कहा कि सफलता प्राप्त करने के लिए स्व—अनुशासन जीवन का मूल मंत्र होना चाहिए। अच्छे व संस्कारवान शिक्षक बनने के लिए अनुशासित होने के साथ ही चरित्रवान होना भी जरुरी है। अध्यक्षता अभिषेक कोठारी ने की। इस दौरान विशिष्ट अतिथि अविनाश कोठारी ने भी विचार व्यक्त किए।

शुरुआत में रामबाबू सोनी ने स्वागत भाषण दिया। व्याख्याता नन्दकिशोर ने संस्थान की भूमिका पर प्रकाश डाला। आभार गरिमा अग्रवाल ने जताया। इस मौके पर धनराज जांगिड़, छीतरलाल, सलमा गौरी, राजेन्द्र मीणा, महेन्द्र मीणा, मुकेश कुमार माली, श्यामलाल नवाल, देवराज, शंकरलाल वैष्णव समेत अनेक जने मौजूद रहे। द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों का तिलक लगाकर, गुड़ खिलाकर, मौली बांधकर तथा मिठाई खिला कर स्वागत किया। संचालन छात्राध्यापक अनुकूल शर्मा व दुर्गा मीणा ने किया।

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