केकड़ी, 12 मई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): यहां अजमेर रोड पर विद्या भारती द्वारा संचालित पटेल आदर्श विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय में चल रहे सात दिवसीय पूर्ण आवासीय विद्या भारती प्रांतीय आधारभूत विशेष प्रशिक्षण वर्ग में गुरुवार को प्रांत संगीत शिक्षा प्रमुख केसरीमल पंड्या एवं सह क्षेत्र संगीत शिक्षा प्रमुख गोपाल पारीक के मार्गदर्शन में विशेष सत्र का आयोजन हुआ। जिसमें साधकों ने स्वर साधना सरगम, गीत और भजनों का अभ्यास किया। प्रशिक्षण वर्ग के पालक अधिकारी किशन गोपाल कुमावत एवं जिला सचिव राजेन्द्र सिंह दहिया ने जानकारी देते हुए बताया कि संगीत सत्र का शुभारंभ पूर्व पालिका अध्यक्ष अनिल मित्तल एवं सर्राफा व्यवसायी मुरारीलाल अग्रवाल ने मां भारती एवं सरस्वती मां के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस अवसर पर संगीत प्रमुख केसरीमल पंड्या ने संगीत विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि संगीत एक कला है, एक साधना है। अनादि काल से ही संगीत मानव के आत्मिक बल आनंद अनुभूतियों की अभिव्यक्ति का माध्यम रहा है। भारतीय संगीत की आधारशिला आध्यात्मिक है। इस कला के माध्यम से साधक स्वर के साथ अभ्यास से अनेक शक्तियों को प्राप्त कर सकता है। संगीत की साधना से एकाग्रता का अभ्यास भी होता है। वर्तमान के तनाव भरे दौर में तन मन के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए संगीत अत्यंत लाभदायक है। संगीत प्रमुख राजेंद्र रावल एवं मुरलीधर ने विशेष स्वरों की प्रस्तुतियां दी। आभार एवं शांति मंत्र के साथ सत्र का समापन हुआ।