केकड़ी। नोबल प्रोफेशन होने के साथ ही वकालत का पेशा चुनौतीपूर्ण भी है। गंभीरता के साथ कानून की पालना की जाए तो हर चुनौती का सामना किया जा सकता है। लक्ष्य स्पष्ट हो तो वकालत से बढ़कर सेवा का दूसरा माध्यम नहीं मिल सकता। यह मानना है केकड़ी बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं सीनियर एडवोकेट हेमन्त जैन का। पिछले 23 वर्षों से वकालत के पेशे में सक्रिय जैन का जन्म 3 दिसम्बर 1973 को हुआ था। आदित्य न्यूज नेटवर्क की टीम एडवोकेट हेमन्त जैन को जन्मदिन की बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना करती है। हेमन्त जैन के पिता एडवोकेट विजयलाल जैन केकड़ी के प्रमुख वकील रहे है। हेमन्त जैन को भी वकालत के पेशागत गुण बचपन से ही मिलने लगे थे। कांग्रेसी विचारधारा से प्रभावित जैन अध्ययन के दौरान राजकीय महाविद्यालय केकड़ी में कॉलेज छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे। अभी वे स्थानीय स्तर पर कांग्रेस में सक्रिय है। विभिन्न बैंक व बीमा कम्पनियों के अधिवक्ता के तौर पर कार्यरत जैन ने हर क्षेत्र में सफलता हासिल की है। इनकी माता श्रीमती चन्द्रप्रभा जैन भी राजनीति, समाज एवं सामाजिक क्षेत्र में बराबर योगदान दे रही है। मिलनसार स्वभाव एवं विषय पर बेहतर पकड़ के कारण हेमन्त जैन की छवि अलग ही परिलक्षित होती है।