केकड़ी। अजमेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक एस. सैंगाथिर ने कहा कि आवाज दो अभियान को जन अभियान बनाने के लिए व्यापक प्रचार—प्रसार किया जा रहा है। अभियान के माध्यम से महिलाओं व युवतियों के प्रति लोगों की सोच बदलने का सकारात्मक प्रयास किया जा रहा है। वे गुरुवार को अजमेर रोड स्थित एमएलडी बीएड कॉलेज में कवि सम्मेलन के दौरान छात्राध्यापिकाओं से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि पुलिस महिला अपराधों के संबंध में संवेदनशीलता के साथ कार्य करती है। महिला सशक्तिकरण एवं लैगिंक दुराचार की रोकथाम में सजगता एवं जागरूकता महत्वपूर्ण कड़ी है। ‘आवाज दो’ अभियान का उद्देश्य महिलाओं को कानूनी अधिकारों एवं प्रावधानों के प्रति प्रशिक्षित एवं जागरूक करना है। आपात परिस्थितियों में महिलाओं व युवतियों की सहायता के लिए आवाज दो मोबाइल एप सक्रिय है। इससे उन्हें लोकेशन आधारित सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि अभियान के अन्तर्गत पोक्सो एवं महिला अत्याचारों से संबंधित प्रकरणों में न्यायालय के माध्यम से अपराधियों को सजा दिलाने को प्राथमिकता दी गई है। अभी तक 11 प्रकरणों में केस ऑफिसर स्कीम में लेकर सजा कराई गई है। जिसमें दो आरोपियों को फांसी की सजा मिली है। शुरुआत में संस्थान के संगीत शिक्षक मुरली बारेठ ने स्पीक अप अभियान के लिए तैयार किया गया गीत आवाज दो हमको, हम आ गए… सुनाया।
सहायता लेने के लिए उपलब्ध है कई माध्यम
सैंगाथिर ने बताया कि व्हाट्सएप नम्बर 9929072555 के माध्यम से महिलाएं पुलिस से सहायता प्राप्त कर सकती है। अभियान के प्रचार के लिए सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्मों का उपयोग भी किया जा रहा है। इसी के साथ शिक्षण संस्थानों में शिकायत पेटिका लगाई जा रही है। इसमें छात्राएं अपनी शिकायतें एवं समस्याएं गोपनीय तरीके से डाल सकती हैं। इनकी मासिक एवं साप्ताहिक मॉनिटरिंग सुनिश्चित की गई है। महिलाओं द्वारा हैल्प लाइन नम्बर 1090 का उपयोग भी किया जा सकता है। थानों में संचालित महिला डेस्क एवं सुरक्षा सखी को भी आवाज दो अभियान के माध्यम से प्रभावी किया जा रहा है। आईजी ने बताया कि महिलाओं के लिए आत्मरक्षा कौशल प्रशिक्षण शिविर भी लगाए जा रहे हैं।