जयपुर। इस वर्ष जुलाई में राजस्थान से राज्यसभा की चार सीटों पर चुनाव होने हैं। जिनमें दो सीटों पर कांग्रेस के दो दिग्गज राजनेता चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। ये दोनों राजनेता हाल ही राज्य केबिनेट से बाहर हुए हैं। लेकिन पार्टी में इनका कद और ऊंचा हो गया है। क्योंकि दोनों को ही अन्य राज्यों का प्रभारी बनाया गया है। सूत्रों के अनुसार सब कुछ ठीक रहा तो पूर्व चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा और पूर्व राजस्व मंत्री हरीश चौधरी राज्यसभा में जाएंगे। डॉ. रघु शर्मा और हरीश चौधरी पूर्व में लोकसभा सांसद भी रहे हैं और फिलहाल पार्टी ने उन्हें क्रमशः गुजरात और पंजाब का प्रभारी बनाया गया है। राज्यसभा में जाने से ये दिल्ली में रहकर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के निकट सम्पर्क में रहेंगे और 2022 में दोनों अपने प्रभार वाले राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों पर फोकस कर सकेंगे। पंजाब में जहां सरकार में होते हुए कांग्रेस हाल ही में अपना सीएम बदल चुकी है और गुजरात में कांग्रेस विगत ढाई दशक से सत्ता से बाहर है। ऐसे में दोनों राज्यों के चुनाव पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का विषय बने हुए हैं।
उपचुनावों में सफल रही है कांग्रेस ऐसा होने पर रघु शर्मा व हरीश चौधरी के विधानसभा क्षेत्रों केकड़ी (अजमेर) और बायतु (बाड़मेर) में विधानसभा के उपचुनाव करवाए जाएंगे। दोनों राजनेता संभवतः अपने ही परिजनों को टिकट दिलवा सकते हैं। केकड़ी में रघु शर्मा के पुत्र सागर शर्मा खासे सक्रिय हैं, जिन्हें मौका मिल भी सकता है और वे चुनाव जीत भी सकते है। हाल ही हुए उपचुनावों में कांग्रेस ने आठ में से छह सीटों पर जीत दर्ज की है। इसलिए दो सीटों पर उपचुनाव करवाने के प्रति कांग्रेस का विश्वास मजबूत है और सत्ता समीकरण पर भी इन दो सीटों से कोई परेशानी नहीं होनी है।
कुल चार सीटों पर होने हैं चुनाव जुलाई में राज्यसभा की जिन चार सीटों पर चुनाव होने हैं, उन पर अभी भाजपा के चार सांसद काबिज है। भाजपा के ओम माथुर, केजे अल्फोंस, रामकुमार वर्मा और हर्षवर्धन सिंह डूंगरपुर का कार्यकाल जुलाई में खत्म होगा। नए चुनावों में मतदाता विधायकों का गणित सत्तासीन कांग्रेस के पक्ष में है। चार में से तीन सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों के जीतने की प्रबल संभावना है। ऐसे में रघु शर्मा और हरीश चौधरी आसानी से राज्यसभा में पहुंच सकते हैं। कांग्रेस के तीसरे उम्मीदवार यहां के प्रभारी अजय माकन हो सकते हैं। हालांकि यह अभी एक संभावना ही है।
वरिष्ठ पत्रकार उपेन्द्र शर्मा की एक रिपोर्ट (महानगर टाइम्स, जयपुर से साभार)