Wednesday, February 12, 2025
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जन्म कल्याणक महोत्सव पर जैन मंदिरों में गूंजे भगवान आदिनाथ के जयकारे…

केकड़ी (आदित्य न्यूज नेटवर्क) दिगम्बर जैन समाज की ओर से शनिवार को ऋषभदेव भगवान का जन्म एवं तप कल्याणक महोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान विविध धार्मिक आयोजन हुए। समाज के प्रवक्ता नरेश जैन व रमेश बंसल ने बताया कि बोहरा कालोनी पाण्डुक शिला स्थित ऋषभदेव जिनालय में प्रातः से ही धार्मिक कार्यक्रम शुरू हुए। शुभकामना परिवार एवं स्वस्ति बालिका मंडल की ओर से प्रातः 5.15 बजे कस्बे में प्रभाव फेरी निकाली गई। जिसके बाद 6.30 बजे से श्रद्धालुओं ने श्वेत एवं पीत वस्त्र धारण कर मंत्रोच्चार के बीच भगवान ऋषभदेव का जल से भरे स्वर्ण एवं रजत कलशों से अभिषेक किया। विश्व में शांति, समृद्धि, आरोग्यता, सुख प्राप्ति की मंगल कामना के साथ मुख्य श्रेष्टी पात्र सहित अन्य श्रावकों ने भगवान आदिनाथ की शांतिधारा की। इस मौके पर मूलनायक ऋषभदेव भगवान का प्रथम अभिषेक करने का धर्मलाभ टीकम चंद धनप्रकाश सोगानी एवं महावीर प्रसाद पदम कुमार बाकलीवाल परिवार को मिला। प्रथम शांतिधारा करने का धर्मलाभ महावीर प्रसाद पदम कुमार बाकलीवाल परिवार, हगामी लाल हेमराज टोंग्या परिवार को मिला।

इसी प्रकार पांडुकशिला पर शांतिधारा करने का धर्मलाभ पदम कूमार विनय कुमार कटारिया,पदम चंद अरिन्जय कुमार सेठी,सुजान मल नवीन कुमार चौधरी, इन्द्र मल बंसल, प्रभात चंद सुबोध कुमार कासलीवाल परिवार को मिला। इसके बाद समाज की ओर से कस्बे में शोभायात्रा निकाली गई। जो बोहरा कॉलोनी स्थित ऋषभदेव जिनालय से शुरू हुई। शोभायात्रा जूनियां गेट, आदिनाथ मंदिर, घंटाघर, चन्द्रप्रभु चौत्यालय, पार्श्वनाथ मंदिर, सब्जी मंडी, गणेश प्याऊ, सदर बाजार, अजमेरी गेट, तीनबत्ती, जयपुर रोड़ होते हुए पुनः ऋषभदेव जिनालय पहुंच कर संपन्न हुई। इस दौरान जिनेन्द्र देव की प्रतिमा को रथ में विराजमान किया गया। बैंड-बाजो के साथ श्रद्धालुगण नाचते गाते चल रहे थे। रथ का सारथी बनने का धर्मलाभ प्रभात कुमार सुबोध कुमार अशोक कुमार राकेश कुमार कासलीवाल परिवार को मिला। दोपहर 12.15 बजे विधानाचार्य पंडित अंकित जैन शास्त्री के निर्देशन में संगीत की स्वर लहरियों के बीच आदिनाथ महामंडल विधान का आयोजन किया गया।

मंडल पर सौधर्म इंद्र एवं मुख्य मंगल कलश स्थापना का धर्मलाभ प्रभात कुमार सुबोध कुमार कासलीवाल परिवार एवं अन्य मंगल कलशों की स्थापना का लाभ लाडदेवी बाकलीवाल, मुन्ना देवी पाटनी, अनिता चौधरी, प्रमिला गंगवाल को मिला। दीपक स्थापना का सौभाग्य प्रमोद कुमार प्रेमचंद बाकलीवाल परिवार एवं आरती करने का सौभाग्य ज्ञानचंद आशीष कुमार डेवडिया परिवार को मिला। विधान के दौरान श्रावक श्राविकाओं ने भक्तिभाव के साथ जल, चंदन,अक्षत,पुष्प,नैवेद्य,दीप,धूप,फल,अष्ट द्रव्यों सहित श्रीफल अर्ध्य श्रीजी को समर्पित किए। विधान मंडल पर एक सौ चौबीस श्रीफल अर्घ्य समर्पित किए गए। विधान के दौरान श्रद्धालुओं ने भजनों की मनभावन प्रस्तुतियां दी, जिन पर श्रावक श्राविकाओं ने नृत्य किया। सायंकाल भगवान ऋषभदेव की मंगल महाआरती की गई तथा णमोकार महामंत्र जाप, संगीतमय भक्तामर स्तोत्र पाठ रिद्धि- सिद्धि मंत्रों के माध्यम से 48 रजतमयी दीपकों को क्रमशः प्रज्जवलित करते हुए प्रभु भक्ति की गई। दिगम्बर जैन महिला महासमिति की ओर से मंगलाचरण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कस्बे के अन्य जिनालयों में भी विविध धार्मिक आयोजन हुए।

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