केकड़ी। नानेश पट्टधर, प्रवचन प्रभाकर, संयम सुमेरू जैनाचार्य प्रवर विजयराज महाराज ने शनिवार को केकड़ी से सरवाड़ के लिए मंगल विहार किया। जैनाचार्य को एक जुलूस के रूप में विहार कराया गया। जैनाचार्य प्रवर शिव कालोनी में सुश्रावक विमल लोढ़ा के आवास पर रुककर अजगरा पहुँचे। जहां उदयपुर, केकड़ी व सरवाड़ के श्रावकों ने जैनाचार्य प्रवर की अगुवाई की। इस दौरान आगामी 10 फरवरी को संयम मार्ग पर आरूढ़ होने वाले उदयपुर निवासी मुमुक्षु निखिल जैन का केकड़ी संघ द्वारा अभिनन्दन कर बहुमान किया गया। संघ के चंद्रमोहन चौधरी, पारसमल मेड़तवाल, ज्ञानचंद बोरदिया, अरविंद नाहटा, सुशील कर्नावट व बिरदीचन्द लोढा ने मुमुक्षु निखिल जैन की खोल भरकर माल्यार्पण किया व शाल ओढाकर बहुमान किया। संचालन शिक्षाविद ज्ञानचंद सुराणा ने किया। जैनाचार्य प्रवर की विहार यात्रा में रिखबचंद सोनी, अक्षय नाहटा, मनीष लोढा, अंकुश बग्गानी, जितेंद्र मेड़तवाल, पवन कर्नावट, सुशील मेड़तवाल, नरेन्द्र कोठारी, रिखबचंद सांखला, महिला मंडल से बिंदु मेड़तवाल, लीला गोखरू, मीनू लोढ़ा, रुपाली लोढ़ा, निर्मला मेड़तवाल सहित भारी तादाद में श्रावक व श्राविकाएं उपस्थित रहे। अजगरा में प्रवचन करते हुए आचार्य विजयराज ने कहा कि मनुष्य को धन व शक्ति का उपयोग सम्यक तरीके से करना चाहिए। जीवन मे व्याप्त बुराइयों व कुव्यसनों को त्यागने का संकल्प लेकर मानव जीवन को सफल बनाने का पुरुषार्थ करना चाहिए। इस मौके पर सरवाड़ संघ के पूर्व अध्यक्ष तेजसिंह पानगड़िया, संघ मंत्री संजय पगारिया, रामदेव पोखरणा आदि उपस्थित रहे। जैनाचार्य प्रवर रविवार सवेरे अजगरा से विहार कर सरवाड़ में मंगल प्रवेश करेंगे।