केकड़ी। दिगम्बर जैन आचार्य इन्द्रनन्दी महाराज ने कहा कि संस्कार ऐसी प्रकाश की किरण है जो व्यक्ति के साथ सदैव रहती है। संस्कारों का प्रभाव शिशु के गर्भ में आने के साथ ही पडऩे लगता है। जैसे माता–पिता के संस्कार होते है वैसे ही संस्कार शिशु के होते है। वे सकल दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान में आयोजित आदिनाथ चर्तुविंशति जिन बिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के प्रथम दिन प्रवचन कर रहे थे। प्रवक्ता रमेश जैन ने बताया कि प्रतिष्ठा महोत्सव की शुरुआत में घण्टाघर स्थित आदिनाथ मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई। जो विभिन्न मार्गों से होते हुए राजपुरा रोड स्थित आदिनाथ वाटिका पहुंच कर सम्पन्न हुई। शोभायात्रा में सौधर्म इन्द्र–इन्द्राणी, भगवान के माता–पिता, धनपति कुबेर एवं यज्ञनायक आदि शाही बग्घियों में सवार होकर चल रहे थे।
आचार्य इन्द्रनन्दी महाराज, मुनि निपूर्णनन्दी महाराज, मुनि क्षमानन्दी महाराज एवं मुनि निर्भयनन्दी महाराज शोभायात्रा में साथ चल रहे थे। शोभायात्रा के आयोजन स्थल पहुंचने पर प्रेमचन्द, ताराचन्द, महावीर प्रसाद, टीकमचन्द, मोनू मित्तल रामथला वालों ने ध्वजारोहण किया। मण्डप उद्घाटन का लाभ घीसालाल, ज्ञानचन्द, मुकेश कुमार, राजकुमार जैन मेहरू वालों ने प्राप्त किया। रात्रि में प्रतिष्ठाचार्य पंडित सुधीर मार्तण्ड केसरियाजी एवं पंडित मनोज कुमार शास्त्री बगरोही के निर्देशन में गर्भ कल्याणक की क्रियाए हुई।
अहिंसा शांति मैराथन में उमड़े लोग–
सकल दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान में रविवार को सुबह अहिंसा शांति मैराथन का आयोजन किया गया। मैराथन की शुरुआत सुबह घण्टाघर स्थित आदिनाथ मंदिर से हुई जो राजपुरा रोड स्थित आदिनाथ मंदिर पहुंच कर सम्पन्न हुई। पूर्व पालिका अध्यक्ष अनिल मित्तल ने मैराथन दौड़ को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया। मैराथन में महिला, बच्चों एवं युवाओं ने विशेष उत्साह से भाग लेकर शांति एवं अहिंसा का संदेश दिया। मैराथन में शामिल हुए प्रतिभागियों ने हाथों में तिरंगा झण्ड़ा एवं जीओ और जीने दो के नारे लिखी तख्तियां थाम रखी थी। मैराथन मार्ग भगवान के जयकारों से गूंज उठा।
जन्म कल्याणक महोत्सव आज–
समाज के धनेश जैन ने बताया कि सोमवार को तीर्थंकर भगवान का जन्म कल्याणक महोत्सव आयोजित किया जाएगा। इसके तहत राजपुरा रोड स्थित आदिनाथ वाटिका में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। रात्रि में तीर्थंकर बालक को पालना झूलाना एवं बाल क्रीडा का मनोहारी मंचन होगा। इसके बाद विशाल भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। जिसमे इन्दौर के सुप्रसिद्ध गायक रूपेश जैन सुमधुर भजनों की रसगंगा बहाएंगे।