केकड़ी, 12 मई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): राष्ट्रवादी मोर्चा ने गुरुवार को उपखण्ड अधिकारी विकास पंचोली को ज्ञापन सौंप कर छोटे तालाब में बिना भेदभाव अतिक्रमण हटाने की मांग की है। ज्ञापन मंं उन्होंने बताया कि छोटे तालाब में पूरे साल बरसाती पानी भरा रहता है। पिछले कुछ समय से सौन्दर्यीकरण के नाम पर नगर पालिका द्वारा तालाब में मिट्टी भरवा कर तालाब के प्राकृतिक स्वरूप को नष्ट करने का कार्य किया जा रहा है। इसी के साथ तालाब के किनारे पर बने हुए मकानों को हटाने के लिए न तो नोटिस दिए गए, न ही सुनवाई का मौका दिया गया। पालिका प्रशासन ने इन मकानों को हटाने के लिए किसी तरह की विधिक प्रक्रिया भी नहीं अपनाई। इसी के साथ पूरा अभियान भेदभावपूर्ण तरीके से संचालित किया जा रहा है। अतिक्रमण हटाने के नाम पर अपनों को उपकृत करने का खेल चल रहा है। अतिक्रमण हटाने के लिए बिल्डिंग लाइन भी तय नहीं की गई है। मनमर्जी से पीछे की तरफ बने मकानों को हटाया जा रहा है, वहीं कई फीट आगे निकले हुए मकानों को छोड़ दिया गया है। पालिका की मनमानी से आमजन में रोष व्याप्त है। ज्ञापन में यह भी बताया कि तालाब का पूर्ण सीमाज्ञान करवाया जाए तथा तालाब के पुराने स्वरूप को यथावत रखा जाए, जिससे पर्यावरण की रक्षा हो सके। इसी के साथ सर्वोच्च न्यायालय ने भी पर्यावरण संरक्षण के तहत प्राकृतिक आव, नदी, नाला, तालाब एवं केचमेन्ट एरिया आदि का स्वरूप यथावत रखने के आदेश जारी कर रखे है। ज्ञापन सौंपने आए लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि तालाब की भूमि का सीमाज्ञान करवाया जाए, तालाब की भराव क्षमता को मिट्टी डालकर बाधित नहीं किया जाए तथा तालाब का स्वरूप पहले की तरह बरकरार रखा जाए। ज्ञापन देने वालों में दशरथ साहू, रामअवतार चौधरी, सुरेश साहू, अजय शर्मा, मोनू वैष्णव, मुकेश, आर्यन सोनी, जय सैनी समेत कई जने शामिल रहे।