केकड़ी (आदित्य न्यूज नेटवर्क) केकड़ी उपखण्ड के ग्राम प्रान्हेड़ा में बकरियां चराने गए दो मासूम बच्चे देर शाम तक वापस घर नहीं लौटे। परिजन ने तलाश की तो उनके कपड़े व चप्पल तालाब के किनारे पड़े मिल गए। दोनों बच्चों के तालाब में डूबने की आंशका से परिजन का रो—रोकर बुरा हाल हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस उप अधीक्षक खींवसिंह राठौड़ एवं सदर थानाधिकारी राजेश कुमार मीणा मय पुलिस जाप्ता प्रान्हेड़ा पहुंचे और ग्रामीणों की सहायता से बच्चों की तलाश शुरु करवाई। बच्चों का कोई सुराग नहीं लगते देख अजमेर से सिविल डिफेंस व एसडीआरएफ की टीम को भी प्रान्हेड़ा बुलाया गया। लेकिन दोनों बच्चों का फिलहाल कहीं पता नहीं चल सका है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रान्हेड़ा निवासी छोटू भील के दो पुत्र 12 वर्षीय पुत्र दुर्गालाल व 9 वर्षीय पुत्र बजरंग शुक्रवार को सुबह बकरियां चराने खेतों की तरफ गए थे। शाम को लगभग 4 बजे बकरियां वापस घर लौट गई, लेकिन दोनों पुत्र वापस घर नहीं लौटे। परिजन ने दोनों बच्चों की आसपास तलाश की तो बाला सागर तालाब के बाहर दोनों बच्चों के कपड़े व चप्पले पड़ी मिल गई। ग्रामीणों की माने तो दोनों बच्चे बकरियां चराते समय नहाने के लिए तालाब में उतर गए तथा गहरे पानी में जाने के कारण डूब गए। हादसे का पता चलते ही ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस उप अधीक्षक खींवसिंह राठौड़ एवं सदर थानाधिकारी राजेश कुमार मीणा ने ग्रामीणों की सहायता से बच्चों की तलाश शुरु करवाई। लेकिन फिलहाल दोनों बच्चों के बारे में कुछ भी पता नहीं चल सका है। समाचार लिखे जाने तक तलाशी अभियान जारी है।