केकड़ी (आदित्य न्यूज नेटवर्क) राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान दो साल से अलग रह रहे पति पत्नी ने न्यायिक अधिकारियों व अधिवक्ताओं की समझाइश के बाद फिर से साथ रहने का निर्णय किया। उन्होंने दाम्पत्य संबंधों का निर्वहन करने की शपथ लेते हुए एक दूसरे को माला पहनाई व मिठाई खिलाकर जीवन के सफर की नई शुरुआत की। दो परिवारों के मिलन से एक और जहां लोक अदालत की भावना सार्थक होती दिखाई दी। वहीं पारिवारिक मामलों के निस्तारण से पक्षकारों सहित अधिवक्ताओं में भी खुशी का माहौल देखने को मिला। पारिवारिक विवादों से संबंधित मामलों में ताल्लुका विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्षा एडीजे कुंतल जैन व एडीजे अम्बिका सोनी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। जिन्होंने दोनों ही परिवारों के वरिष्ठ सदस्यों की उपस्थिति में पति पत्नी से समझाइश करते हुए कहा कि लोक अदालत में दोनों पक्षों की जीत होती है तथा विवादों का अंतिम निस्तारण होता है। इस तरह के निर्णयों से परिवार में आपसी सौहार्द बढ़ता है। जो सुखी वैवाहिक जीवन के लिए आवश्यक है। न्यायिक अधिकारियों द्वारा समझाए जाने पर दोनों राजीनामे के लिए तैयार हो गए। दम्पती द्वारा राजीनामा करने पर न्यायाधीशों ने भी अंतर्मन से खुशी जाहिर की।
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विवाद से छूटी प्रेम की डगर, अब फिर से बन गए हमसफर, चौदह साल बाद पति—पत्नी में हुई सुलह https://adityanewsnetwork.com/विवाद-से-छूटी-प्रेम-की-डगर/