केकड़ी (आदित्य न्यूज नेटवर्क) समीपवर्ती तसवारिया में ग्रामीण नवयुवकों की सजगता से मोर की जान बच गई। बुधवार को एक नर मोर आवारा श्वानों के हत्थे चढ़ गया। बृजेश खींची, रूपचन्द कुमावत, पप्पू खटीक आदि ने उसे श्वानों के चंगुल से छुड़ाया व सारसंभाल की। सारसंभाल के बाद घायल मोर को केकड़ी स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय पहुंचाया। यहां पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेन्द्र चौहान की देखरेख में मोर का उपचार करने के बाद उसे वनकर्मी बजरंग जाट के सुपुर्द कर दिया गया। जाट ने बताया कि घायल मोर की अजमेर रोड स्थित वनपाल चौकी में देखभाल की जा रही है। स्वस्थ होते ही उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा।