केकड़ी (आदित्य न्यूज नेटवर्क) रेगर समाज केकड़ी के तत्वावधान में गुरु पूर्णिमा (माघी पूर्णिमा) के मौके पर सत्संग समारोह का आयोजन किया गया। भैरू गेट स्थित बाबा रामदेव मंदिर परिसर में आयोजित सत्संग की अध्यक्षता संत गुरु शंकरदास शक्करगढ़ ने की। संत शंकर दास महाराज ने गुरु महिमा का बखान करते हुए बताया कि गुरु के बिना जीवन अधूरा है। उन्होंने कहा कि गुरु ही वह दीपक है जिस के बताए मार्ग में चलकर मनुष्य संसार के जंझालो से मुक्त होकर पारब्रह्म को प्राप्त कर सकता है। हुरडा भीलवाड़ा से आए संत सूरजमल सुकरिया ने गुरु महिमा पर गुणगान करते हुए कहा कि संसार में मनुष्य को सच्चा ज्ञान बताने वाले संत दुर्लभ ही होते हैं। जिनके बताए मार्ग से चले तो मनुष्य अपना जीवन संवार कर सद्गति को पा लेता है। उन्होंने कहा कि ईश्वर द्वारा बनाए गए जीवों में मनुष्य जीवन ही सर्वश्रेष्ठ होता है। इसलिए जीवन को व्यर्थ न गवांकर मानव को सत् का मार्ग पकड़कर चलने चलने मात्र से ही मनुष्य भवसागर को पार कर लेता है। सत्संग में आनंदी राम सांगरिया, रामदास महाराज सरवाड़, गोकुलदास व चेतन महाराज केकड़ी, संत रंगलाल महाराज जखोली, गरीबदास सरवाड़, साध्वी पानी बाई फतेहगढ़, श्रवण महाराज निंबाहेड़ा, सांवरलाल बालापुरा, संत लादूराम रेहड ने भी श्रोताओं को ज्ञान गंगा का रसपान कराया। इसी के साथ सत्संग में खिरीयां, सूपां, निम्बाहेड़ा, बघेरा, पारा, नाईखेड़ा, बालापुरा आदि गांवों से आई विभिन्न भजन मंडलियों ने भी एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।