Monday, January 20, 2025
Home राजनीति राज्य की सबसे पुरानी नगर पालिका में शुमार है केकड़ी की नगर...

राज्य की सबसे पुरानी नगर पालिका में शुमार है केकड़ी की नगर पालिका

केकड़ी (नीरज लोढ़ा) केकड़ी नगर पालिका तुलनात्मक रूप से राज्य की सबसे पुरानी व गिनी चुनी पांच-छह ऐतिहासिक नगर पालिकाओं में से एक है। यह प्रदेश की एक मात्र नगर पालिका है जिसका 146 साल पुराना इतिहास उपलब्ध है। आज से 153 वर्ष पूर्व 20 अगस्त 1868 को अंग्रेजों ने म्यूनिसिपल कमेटी की स्थापना की। तब यहां की जनसंख्या 6119 थी। अन्य नगर पालिकाओं के 1952 से पहले के आंकड़े नहीं मिलते। दस्तावेजों के अनुसार 7 फरवरी 1882 में डिप्टी कमिश्नर व अजमेर-मेरवाड़ा के कलक्टर सर जेम्स व्हाइट ने सर्वप्रथम इस पालिका का कार्यभार संभाला।
स्थापना के 61 साल बाद वर्ष 1929 में आईसीएस कमिश्नर अजमेर-मेरवाड़ा ई.सी. गिब्सन व म्यूनिसिपल कमेटी के मनोनीत चेयरमैन राय किशनलाल खन्ना के कार्यकाल में 25 हजार 635 रुपए की लागत से भव्य हील टाउन हाल का निर्माण हुआ। इस दौरान कनकावती नगरी का नाम धीरे-धीरे अप्रभंश उच्चारित होता हुआ केकड़ी हो गया। यहां सन् 1946 में चेयरमैन निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू हुई। कानमल कर्नावट नगर पालिका के पहले निर्वाचित चेयरमैन बने। उस समय को लोग केकड़ी के विकास का स्वर्णकाल मानते थे। केकड़ी के विकास का अधिकतर श्रेय इन्हीं को दिया जाता है। हील टाउन हाल का नाम 21 जनवरी 1968 को बदल कर गांधी भवन रखा गया। सन् 1882 से अब तक इस ऐतिहासिक नगर पालिका में 80 मनोनीत व निर्वाचित अध्यक्ष एवं 39 प्रशासक रह चुके है। इस प्रकार अब तक 119 व्यक्तियों ने इस नगर पालिका की कुर्सी संभाली है।

RELATED ARTICLES