केकड़ी (आदित्य न्यूज नेटवर्क) समीपवर्ती मेवदाकलां में कुल्हाड़ी के वार से युवक की हत्या के मामले में देर रात अजमेर से केकड़ी पहुंची एफएसएल की टीम ने घटनास्थल का बारीकी से मौका मुआयना किया तथा दो घण्टे तक मौके से साक्ष्य जुटाए। इस दौरान बीटीएस व साइक्लोन टीम ने घटनास्थल के आसपास के इलाके में चल रहे मोबाइल आदि की लोकेशन ट्रेस की तथा मौके से सबूत एकत्रित किए। वहीं केकड़ी शहर थाना पुलिस ने गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद मृतक देवराज गुर्जर का शव परिजन को सौंप दिया। थानाधिकारी सुधीर कुमार उपाध्याय ने बताया कि पुलिस ने मृतक के चचेरे भाई की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। हत्याकांड की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम शर्मा एवं पुलिस उप अधीक्षक खींवसिंह राठौड़ के सुपरविजन में की जा रही है।
कुल्हाड़ी के वार साबित हुए घातक पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार युवक पर कुल्हाड़ी से दो वार किए गए। जिसके कारण उसकी मृत्यु हो गई। पहला वार कान के नीचे किया गया, जिसके बाद युवक नीचे जमीन पर गिर गया तथा दूसरा वार नीचे गिरने के बाद गर्दन पर किया गया। गर्दन पर हुए वार के बाद काफी मात्रा में खून बहने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर फैली खून की मात्रा को देखते हुए ऐसा लगता है कि दोनों वार काफी ताकत से किए गए है। पुलिस सूत्रों के अनुसार हत्या का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है। लेकिन परिस्थितिजन्य सबूतों के अनुसार मामला शराब के नशे में हुए आपसी विवाद के कारण हत्या का प्रतीत हो रहा है। आरोपी एक से ज्यादा भी हो सकते है। बताया जाता है कि मृतक के शव के पास खून से सनी कुल्हाड़ी एवं मोबाइल के साथ ही कुछ दूरी पर देशी शराब के खाली पव्वे भी मिले है। फिलहाल पुलिस हर पहलु पर जांच करते हुए मामले की पड़ताल में जुटी हुई है।
खून से लथपथ मिला शव मृतक के चचेरे भाई धनराज गुर्जर द्वारा पुलिस को लिखवाई गई तहरीरी रिपोर्ट के अनुसार मेवदाकलां निवासी देवराज गुर्जर (23) पुत्र घीसालाल गुर्जर बुधवार सुबह लगभग 9—10 बजे छोटे भाई मुकेश के साथ बाइक पर बैठकर विलायती बबूल की लकड़ी काटने खेड़ा का पुराना रास्ता स्थित काजरी नाडी में गया था। यहां मुकेश अपने बड़े भाई को छोड़कर वापस घर आ गया। देवराज शाम तक घर वापस नहीं लौटा तो मुकेश ने उसके मोबाइल पर फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। देर शाम मेवदा निवासी राजेन्द्र गुर्जर व जनकपुरी निवासी रामप्रसाद गुर्जर के साथ धनराज ने देवराज की तलाश शुरु की। तलाश करते हुए वे तीनों काजरी की नाडी पहुंचे, जहां देवराज का खून से सना शव नाडी की आव में औंधे मुंह पड़ा मिला। शव के पास खून से सनी कुल्हाड़ी व मोबाइल भी मिला।
संबंधित समाचार के लिए नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें कुल्हाड़ी के वार से युवक की निर्मम हत्या, जंगल में मिला शव