केकड़ी (आदित्य न्यूज नेटवर्क) अखिल भारत हिन्दू महासभा के तत्वावधान में शनिवार को स्वातंत्रय वीर सावरकर की पुण्य तिथि मनाई गई। शुरुआत में कार्यकर्ताओं ने सावरकर की तस्वीर के समक्ष पुष्प अर्पित किए। प्रदेश उपाध्यक्ष भरत शर्मा ने वीर सावरकर के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के अग्रिम पंक्ति के सैनानी और प्रखर राष्ट्रवादी नेता थे। हिन्दू राष्ट्र की राजनीतिक विचारधारा (हिन्दुत्व) को विकसित करने का मुख्य श्रेय वीर सावरकर को ही है। वे न केवल स्वाधीनता संग्राम के एक तेजस्वी सैनानी थे अपितु महान क्रान्तिकारी, चिन्तक, सिद्धहस्त लेखक, कवि, ओजस्वी वक्ता तथा दूरदर्शी राजनेता भी थे। उन्होंने हिन्दू राष्ट्र की विजय के इतिहास को प्रामाणिक ढ़ंग से लिपिबद्ध किया है। वीर सावरकर ने 1857 के प्रथम स्वातंत्रय समर का सनसनीखेज व खोजपूर्ण इतिहास लिखकर ब्रिटिश शासन को हिला कर रख दिया था। सावरकर दुनिया के अकेले स्वातंत्रय योद्धा थे जिन्हें दो-दो आजीवन कारावास की सजा मिली, सजा को पूरा किया और फिर से राष्ट्र जीवन में सक्रिय हो गए। इस दौरान डॉ. मुकेश माथुर, प्रमोद पारीक आदि ने भी विचार व्यक्त किए। इस मौके पर शंकरलाल मेरूठा, शांति सागर, उदयलाल शिवानी, पूर्व विधायक गोपाल लाल धोबी, राजेश बियाणी, हरिराम खंडेलवाल, राजेंद्र सिंह राजपुरोहित, ललित पारीक, देवराज चौधरी, विशाल सिंह राजपुरोहित, दिनेश सैनी, जगदीश योगी समेत अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।