केकड़ी। राजकीय महाविद्यालय में बुधवार को राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन करते हुए महाविद्यालय के वरिष्ठ संकाय सदस्य डॉ अनिल गुप्ता ने श्रमदान के महत्व से अवगत कराया। गुप्ता ने राष्ट्रीय सेवा योजना के मोटो वाक्य “मैं नहीं आप” के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि यह योजना स्वामी विवेकानन्द की शिक्षाओं का सार है। स्वामीजी का जीवन मानवता की सेवा को समर्पित रहा है। उन्होंने नर सेवा को नारायण सेवा से जोड़ा और उसी से प्रेरित होकर यह वाक्य राष्ट्रीय सेवा योजना का देव यज्ञ बना। डॉ गुप्ता ने अपने व्याख्यान में महर्षि अरविंदो घोष के सर्वोदय, स्वराज और स्वदेशी बिंदुओं की संक्षिप्त व्याख्या भी की। साथ ही गांधीजी के श्रम के महत्व को दर्शाते हुए सेवा के विभिन्न आयामों से परिचित करवाया। उन्होंने पंडित जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी, डॉ राधाकृष्णन, डॉ कोठारी और प्रोफेसर देशमुख द्वारा सेवा योजना की क्रियान्विति की जानकारी भी दी। कार्यक्रम में देवीलाल जोशी और डॉ शिखा माथुर ने स्वयंसेवकों को परमार्थ कार्य करने और परोपकार के गुणों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य पीयूष कुमार गुप्ता ने स्वयंसेवकों को श्रमदान, परोपकार, सहयोग और सहानुभूति से कार्य करने तथा समाज से जुड़े रहने का आह्वान किया। संचालन राजनीति विज्ञान के सहायक आचार्य सुनील वर्मा ने किया। कार्यक्रम के बाद स्वयंसेवकों ने विज्ञान प्रयोगशाला परिसर में श्रमदान कर साफ-सफाई की।