केकड़ी। इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर साइंटिफिक स्प्रिच्युअलिज्म मेरठ से आए डॉ. गोपाल शास्त्री ने कहा कि स्वास्थ्य चेतना की दृष्टि से खान-पान का महत्व बहुत अहम है। अच्छी आहारचर्या ही अच्छे स्वास्थ्य का आधार है और तप, सेवा तथा सुमिरन को अपनाकर मनुष्य अपना कल्याण कर सकता है। वे शनिवार को बढ़ते कदम गोशाला संस्थान एवं तप सेवा सुमिरन समिति के तत्वावधान में अजमेर रोड स्थित कटारिया ग्रीन्स में आयोजित सात दिवसीय स्वास्थ्य एवं अध्यात्म शिविर के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि दवाओं से कोई बीमारी ठीक नहीं होती बल्कि बहुत गहरी बात तो यह है कि ‘राम कृपा नासे सब रोगा…’ यानी राम की कृपा के साथ ही रोग-शोक समाप्त होते हैं। राम की कृपा तप, सेवा और सुमिरन से होती है। उद्घाटन समारोह में उद्योगपति सुभाष कटारिया मुख्य अतिथि एवं शिव प्रकाश गर्ग, देवेंद्र सिंह चौधरी, चेतन भगतानी, सत्यनारायण न्याती व ओमप्रकाश न्याती विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष अशोक पारीक ने की।
संचालन शिविर के प्रेरक अंतरराष्ट्रीय कवि बुद्धिप्रकाश दाधीच ने किया। शुरुआत में अतिथियों ने रामदरबार के समक्ष दीप प्रज्जवलन किया। मीडिया प्रभारी महेंद्र प्रधान ने बताया कि शिविर में केकड़ी सहित विभिन्न स्थानों से आए कुल 211 साधकों ने पंजीयन करवाया है। शिविर में आनंद सोमाणी, चंदू पंडित, राजेंद्र न्याति, अमित गर्ग, गोपाल बियाणी, गोपाललाल वर्मा, विष्णु तेली, कैलाश जैन, मुकेश नुहाल, राजेन्द्र बियाणी, दिनेश वैष्णव, रामेश्वर शर्मा, योगेंद्र सिंह, यज्ञनारायण सिंह शक्तावत, राजेंद्र शर्मा, किशन खारोल, नीरज नामा, रामनिवास छीपा, मनोज कुमावत, राकेश जोशी, पंकज होतचन्दानी, शरद पारीक, गोपाल बियाणी, राकेश तोषनीवाल, हरिप्रसाद सोमाणी, सुशील कर्णावट समेत अन्य ने सेवाएं दी।