Wednesday, February 12, 2025
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स्कूटी पर स्कूल जा रही महिला टीचर का अपहरण, लिव इन में रह रहे युवक ने पूर्व पति पर जताया शक

केकड़ी, 03 अक्टूबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): स्कूटी पर ड्यूटी के लिए स्कूल जा रही महिला टीचर के अपहरण का मामला सामने आया है। लिव इन में रह रहे केकड़ी जिले के एक युवक ने ब्यावर जिले के बर थाना पुलिस में रिपोर्ट देकर महिला टीचर के पूर्व पति पर अपहरण का शक जताया है। पुलिस महिला टीचर की तलाश में जुट गई है। वहीं चार साल की बेटी का मां के बिना रो—रोकर बुरा हाल हो रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार केकड़ी जिलान्तर्गत सावर थाना क्षेत्र के मोटालाव गांव हाल झाला की चौकी बर निवासी धर्माराम (26) जाट पुत्र सीताराम जाट ने रिपोर्ट दर्ज करवाई।

ब्यावर जिलान्तर्गत बर थाना क्षेत्र के कल्याणपुरा (बिराटिया खुर्द) गांव के सरकारी स्कूल की टीचर मनराज बाई, जिसका 29 सितम्बर को स्कूल जाते समय अपहरण हो गया।

थर्ड ग्रेड टीचर है महिला रिपोर्ट में धर्माराम ने बताया कि उसकी परिचित 27 वर्षीय मनराज बाई प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुरा (बिराटिया खुर्द) में थर्ड ग्रेड टीचर है। मनराज बाई 29 सितम्बर को सुबह करीब सवा 7 बजे स्कूटी लेकर स्कूल के लिए निकली, लेकिन रास्ते में ही उसका अपहरण हो गया। जानकारी मिलने पर स्कूल जाने वाले रास्ते में उसकी तलाश की। जहां स्कूटी रास्ते में सड़क किनारे पड़ी मिल गई, लेकिन मनराज का कहीं पता नहीं चला। रिपोर्ट में बताया कि बोलेरो व लग्जरी कार में आए कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया है। घटना के बाद से ही महिला टीचर का मोबाइल बंद आ रहा है।

सोशल नेटवर्क साइट से बढ़ी नजदीकी धर्माराम ने बताया कि मनराज बाई टोंक जिले की रहने वाली है। करीब दो साल पहले एक शादी में दोनों की मुलाकात हुई। बाद में इंस्टाग्राम पर दोनों ने एक-दूजे को फॉलो किया और बाद में दोनों दोस्त बन गए और एक-दूसरे को अपना नम्बर दे दिया। धर्माराम के अनुसार मनराज बाई की शादी बचपन में ही हो गई थी। बालिग होने के बाद वह ससुराल गई। करीब 5 साल पति के साथ रही। जिससे उसे एक 4 साल की बेटी भी है। लेकिन दोनों में आए दिन झगड़े होते रहते थे। इससे परेशान होकर उसने उसके साथ घर बसाने की बात कही।
लिव इन में रह रहे मनराज बाई व धर्माराम जाट की फाइल फोटो।

लिव इन में रह रहे थे दोनों धर्माराम ने बताया कि करीब 8 महीने पहले दोनों ने साथ रहने का निर्णय लिया। मनराज बाई अपनी 4 साल की बेटी को लेकर आ गई और दोनों लिव इन में साथ रहने लगे। इस दौरान उसका ट्रांसफर बर थाना क्षेत्र में कल्याणपुरा स्कूल में हो गया। इसके बाद दोनों झाला की चौकी में मकान किराए पर लेकर रहने लग गए। लिव इन में रहने के बाद से दोनों को अपनी जान का खतरा था। इसलिए वह भीलवाड़ा से अपनी नौकरी छोड़कर आ गया और मनराज बाई को स्कूल छोड़ने और बच्ची का ध्यान रखने में लग गया। गत 29 सितम्बर को बच्ची ज्यादा रो रही थी। इसलिए मनराज बाई खुद स्कूटी लेकर घर से अकेली स्कूल के लिए निकल गई। जो अभी तक नहीं लौटी। उन्होंने शक जताते हुए कहा कि उसका पहला पति उसका अपहरण कर ले गया होगा।

बेटी का रो-रो कर बुरा हाल धर्माराम ने बताया कि 5 दिन हो गए लेकिन अभी तक मनराज बाई का कोई सुराग नहीं लगा है। ऐसे में उसकी 4 साल की बेटी का मां के बिना रो-रो कर बुरा हाल है। फिलहाल वह उसे गांव में अपनी मां के पास छोड़कर आया है ताकि वे उसका ख्याल रख सके। धर्माराम ने शक जताया कि मनराज बाई के साथ कुछ अनहोनी हो सकती है। 5 दिन हो गए अभी तक पुलिस उसका कोई सुराग नहीं लगा सकी है। उसका फोन भी बंद आ रहा है। पहले भी हमें हत्या करने की धमकियां मिली थी। उसके साथ अनहोनी हो गई तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।

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