केकड़ी। उपखण्ड के ग्राम आलोली में प्रशासनिक उदासीनता के कारण स्वच्छ भारत मिशन अभियान परवान नहीं चढ़ पा रहा। इलाके का बड़ा गांव होने के बावजूद यहां चहुंओर कीचड़ व गंदगी का आलम है। जिधर देखो उधर हाल बेहाल है। गंदगी के कारण उठने वाली दुर्गन्ध के कारण कई जने बीमार हो चुके है। सड़कों पर फैले कीचड़ के कारण बच्चों, महिलाओं, राहगीरों को आवागमन में परेशानी हो रही है। कीचड़ के कारण कई वाहन फिसल कर दुर्घटनाग्रस्त हो चुके है। इतना सब कुछ होने के बाद भी ग्राम पंचायत प्रशासन ग्रामीणों की सुनवाई नहीं कर रहा। कीचड़ व गंदे पानी से परेशान ग्रामीण ऐसे बुरे माहौल में जीने के लिए मजबूर है। इसके अलावा सड़कों पर भरे गंदे पानी के कारण मौसमी बीमारियों का खतरा भी मण्डरा रहा है।
आलोली के रामराज कुमावत ने बताया कि गांव की ऐसी कोई गली या मोहल्ला नहीं है, जहां पानी भरने की समस्या नहीं हो। इस संबंध में ग्राम पंचायत प्रशासन समेत स्थानीय सरपंच को कई बार अवगत कराया जा चुका है। लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही। ग्रामीणों की मांग है कि गांव में सीसी सड़क निर्माण के साथ दोनों तरफ नालियां बनाई जाए। इसी के साथ नियमित रूप से सफाई का कार्य कराया जाए। आलोली में व्याप्त कीचड़ की समस्या के बारे में एएनएन की टीम ने सरपंच अनोप देवी कुमावत से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हुई।