केकडी, 6 जनवरी (आदित्य न्यूज नेटवर्क): ठंड से बचाव के लिए जलाई गई अंगीठी के धुएं में दम घुटने से पति—पत्नी व दो बच्चे अचेत हो गए। परिवार के अन्य सदस्यों ने उन्हें अचेतावस्था में अजमेर रोड स्थित राजकीय जिला चिकित्सालय पहुंचाया। जहां उन्हें भर्ती कर उपचार शुरु किया गया। फिलहाल चारों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुरानी केकड़ी में रहने वाले एक परिवार ने शुक्रवार सुबह अंगीठी जला कर अपने कमरे में रख ली और कमरे को बंद कर लिया।
कमरे में भर गया जहरीला धुआं तेज सर्दी के कारण कमरे के सभी खिड़की दरवाजे बंद थे। ऐसे में अंगीठी से निकलने वाला जहरीला धुआं कमरे में फैल गया और दम घुटने के कारण महिला व दो बच्चे अचेत हो गए। देखते ही देखते युवक पर भी मुर्च्छा छाने लगी। वह अचेत होता उससे पहले ही उसने परिवार के अन्य सदस्यों को घटना के बारे में बता दिया। घटना का पता चलते ही परिवारजन मौके पर पहुंचे और चारों जनों को अचेतावस्था में अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका उपचार शुरु किया गया।
बंद कमरे में अंगीठी जलाना खतरनाक एक्सपर्ट्स के अनुसार बंद कमरे में अंगीठी जलाना खतरनाक हो सकता है। इससे कई बार मौत भी हो चुकी है। जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. गणपतराज पुरी ने बताया कि बंद कमरे में अंगीठी जलाने से ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। अंगीठी से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है। जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक होती है। कार्बन मोनोऑक्साइड गैस की वजह से दम घुटने लगता है। कई बार इससे लोगों की जान भी संकट में आ जाती है। ऐसे मे बंद कमरे में अंगीठी नहीं जलानी चाहिए।
अंगीठी के धुएं से घुटा दम, पति—पत्नी व दो बच्चे हुए अचेत, बमुश्किल बची जान
