केकड़ी, 06 अगस्त (आदित्य न्यूज नेटवर्क): इस्कॉन मंदिर से जुड़े अंतरराष्ट्रीय संत सार्वभौम प्रभुजी ने कहा कि इंसान को चिंता नहीं अपितु प्रभु परमात्मा का चिंतन करना चाहिए। वे बंजारा मोहल्ला स्थित सिंधी मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय सत्संग समारोह के दौरान प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भौतिक आवश्यकताओं की मांग करने के बजाए प्रभु की शरणागत होने से ही जीवन सफल बन सकता है। संत इंसान को प्रभु की पावन सत्ता से जोड़ने का कार्य करते है।
प्रभु से जुड़ने पर होता है सही गलत का भान उन्होंने कहा कि प्रभु से जुड़ने पर ही जीव को सत्य-असत्य एवं सही-गलत का भान होता है। वैर, द्वेष, मलिनता से भरे मन में परमात्मा का वास नहीं हो सकता। मन स्थिर होने पर ही जीव की चिंता मिट सकती है। उन्होंने साध संगत द्वारा पूछे गए प्रश्नों का जवाब सरल तरीके से समझाया। सत्संग समारोह में सिन्धी भ्रात्री मंडल, सिंधी महिला मंडल, सिंधी नवयुवक मंडल एवं मंदिर के जय महाराज ने सहयोग किया।
इस्कॉन मंदिर से जुड़े अंतरराष्ट्रीय संत ने किया सत्संग, बोले— मन स्थिर होने पर मिटती जीव की चिंता

केकड़ी: सिंधी मंदिर में प्रवचन करते संत सार्वभौम प्रभुजी एवं मौजूद साध संगत।