केकड़ी, 19 अक्टूबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मण्डा के विद्यार्थियों ने शैक्षणिक भ्रमण के तहत कोटा एवं बून्दी जिले के विभिन्न स्थानों का भ्रमण किया। ‘एक्सपोजर टू वोकेशनल एजुकेशन’ कार्यक्रम के तहत हुए इस भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों को ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पर्यटन महत्व वाले विभिन्न स्मारकों एवं स्थानों का विजिट कराया गया। इस दौरान बच्चों ने अपने व्यावहारिक ज्ञान में अभिवृद्धि की। बच्चों ने बून्दी में नवल सागर झील, चौरासी खंभो की छतरी, चित्रशाला एवं तारागढ़ दुर्ग पहुंचकर वहां की स्थापत्य कला के साथ ही व्यू पॉइंट से बून्दी शहर का नजारा भी देखा। इस दौरान शारीरिक शिक्षक राजेश कुमार उपाध्याय ने दुर्ग के इतिहास के बारे में जानकारी दी।
इसके साथ ही बच्चों को कोटा में अभेडा बायोलॉजिकल पार्क, अभेडा महल, गरडिया महादेव मंदिर, मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व, हैंगिग ब्रिज, सेवन वंडर पार्क, किशोर सागर एवं मां त्रिकुटा धाम सहित कई स्थानों का भ्रमण करवाया गया। बच्चों ने अभेडा महल में बोटिंग करने का जमकर लुत्फ लिया। सेवन वन्डर पार्क में दुनिया के सभी सात आश्चर्यों को एक साथ देखना उनके लिए अनूठा अनुभव था।
जागृत हुई अनुभूति आयोजन प्रभारी शिक्षक दिनेश कुमार वैष्णव ने बताया कि शैक्षणिक भ्रमण से छात्र खुले वातावरण में शिक्षा को अपने व्यक्तिगत अनुभवों से परिभाषित करते है। शैक्षिक भ्रमण के माध्यम से बच्चों में एक अनुभूति जागृत होती है, जिससे वे यहां की विभिन्नताओं जैसे इतिहास, विज्ञान, शिष्टाचार और प्रकृति को व्यक्तिगत रूप से जान सकते है। इसके अतिरिक्त बच्चों में समूह में रहने की प्रवृत्ति, नायक बनने की क्षमता तथा आत्मविश्वास एवं भाईचारे की भावना प्रबल होती है।
पूरे भ्रमण में मां त्रिकुटा धाम बच्चों के सबसे अधिक आकर्षण का केन्द्र रहा। यह मन्दिर कटरा जम्मूकश्मीर में स्थित माता वैष्णो देवी के वास्तविक पथ के समान पहाड़ियों एवं गुफाओं के रूप में बना हुआ है। यहां बच्चों ने पहाड़ो, झरनों और गुफाओं में से होकर माता वैष्णो देवी की यात्रा का अनुभव लिया। इस दौरान प्रधानाध्यापक परमानन्द पारीक, शारीरिक शिक्षक राजेश कुमार उपाध्याय, शिक्षक दिनेश कुमार वैष्णव, अध्यापिका रीना कुमारी एवं शबाना बानो भी उपस्थित रही।
ऐतिहासिक स्थानों का अवलोकन कर प्रफुल्लित हुए विद्यार्थी, जाना इतिहास, बढ़ाया सामान्य ज्ञान

केकड़ी: शैक्षणिक भ्रमण के दौरान ऐतिहासिक स्थानों का अवलोकन करते मण्डा स्कूल के बच्चे।