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केकड़ी के पूर्व विधायक सिंगारिया समेत चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज, भाई ने लगाया संपत्ति हड़पने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करने का आरोप

पुलिस थाना सिविल लाइन अजमेर (फाइल फोटो)

अजमेर, 23 दिसम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): करीब बाइस साल पहले अजमेर के तत्कालीन एसपी को थप्पड मारने के मामले में चर्चा में रहे केकड़ी के पूर्व विधायक बाबूलाल सिंगारिया, उनकी पत्नी एवं दो अन्य के खिलाफ सिविल लाइन थाना पुलिस ने सम्पति हड़पने के लिए फर्जी गिफ्ट डीड तैयार करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु की है। मुकदमा सिंगारिया के भाई ने दर्ज कराया है।

सिविल लाइन थाना प्रभारी दलबीर सिंह फौजदार ने बताया कि सुखाडिया नगर मलूसर रोड अजमेर निवासी ओमप्रकाश सिंगारिया पुत्र संग्रामदास सिंगारिया (65) ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसके पुत्र चरण सिंह सिंगारिया के नाम एक सम्पसति है, जो ग्राम गगवाना तहसील अजमेर में है। चरण सिंह की ओर से अपने छोटे भाई अर्थात उसके दूसरे बेटे महेन्द्र सिंगारिया के पक्ष में सम्पचति का रजिस्टलर्ड दान पत्र 2017 को निष्पा्दित कराया गया था। इसके बाद बाबूलाल सिंगारिया जो कि उसका भाई है, के द्वारा दान पत्र को फर्जी व कूटरचित बताकर गेगल थाना पुलिस अजमेर में रिपोर्ट दर्ज करवाई। जो कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है।

गत 13 अक्टूबर 2020 को महेन्द्र सिंगारिया का देहान्त हो गया। महेन्द्र सिंगारिया की पत्नीि प्रमिला एवं पुत्र मास्टर कृष्णार वारिस है, जो कि परिवादी के साथ ही निवास कर रहे है। इसके बावजूद बाबूलाल सिंगारिया ने बदनियती से सम्पति हडपने के लिए 17 सितम्बर 2020 को महेन्द्र सिंह के फर्जी व कूटरचित हस्तातक्षर करके या करवाकर उक्त सम्प्ति बाबत स्वनयं के हक में कूटरचित वसीयत रचित कर स्वायं को मालिक बताया। बाबूलाल ने उक्त फर्जी व कूटरचित वसीयत के आधार पर पार्वती पत्नीह बाबूलाल सिंगारिया के पक्ष में 24 मई 2022 का एक फर्जी व कूटरचित दान पत्र बनाया है। जब तक महेन्द्र सिंगारिया जीवित रहा, तब तक उक्त सम्पचति पर महेन्द्र सिंगारिया की काबिज व मालिक रहा।

रिपोर्ट में यह भी बताया कि विशेष बात यह है कि एक तरफ बाबूलाल सिंगारिया ने जब महेन्द्र सिंगारिया जिन्दाल थे, उनके खिलाफ उनके हक में की गई चरणसिंह की रजिस्टबर्ड गिफ्ट डीड को फर्जी व कूट रचित बताकर मामला दर्ज कराया। मृत्यूि पूर्व महेन्द्र सिंगारिया गंभीर बीमार होने के कारण अस्प ताल में भी रहा, लेकिन बाबूलाल तबीयत तक पूछने नहीं आया। हर प्रकार से उसे तंग परेशान करता रहा। बाद में बाबूलाल सिंगारिया, उसकी पत्नी व गवाहान ने षडयंत्र रचकर बदनियती से सम्पति को हडपने के उद्देश्य से फर्जी व कूटरचित वसीयत तैयार की। फर्जी व कूट रचित दानपत्र के आधार पर बाबूलाल उक्त सम्पति का नामान्तरण अपने नाम करवाना चाहते है, जो कि कतई संभव नहीं है।

पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर सुखाडिया नगर, मलूसर रोड अजमेर निवासी केकड़ी के पूर्व विधायक बाबूलाल सिंगारिया, उनकी पत्नी पार्वती के अलावा हाउसिग बोर्ड कॉलोनी अजय नगर अजमेर निवासी महेन्द्र सिंह पुत्र बेनीप्रसाद कोली व केकड़ी निवासी अब्दुोल अजीज खिलजी पुत्र हाजी सुम्हाीन खां के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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