केकड़ी, 10 नवंबर (आदित्य न्यूज़ नेटवर्क): अजमेर पुलिस ने वाहन चोर गैंग का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने विभिन्न इलाकों में रेकी करने के बाद कई महंगी कारें चोरी की है। पुलिस के अनुसार इन आरोपियों ने केकड़ी में ग्रेनाइट व्यवसायी मदन गुर्जर की कार भी चोरी की है।
ग्यारह कार बरामद पुलिस के अनुसार लेटेस्ट फीचर के बावजूद ये चोर हुंडई की SUV सेगमेंट की गाड़ियों का लॉक पलक झपकते ही तोड़ देते हैं। इन चोरों के निशाने पर क्रेटा गाड़ी सबसे ज्यादा होती हैं। इनके पास से 2 करोड़ की 9 क्रेटा, एक i10 और एक i 20 कार मिली है। चोरी की गई क्रेटा कार को ये दो से ढाई लाख रुपए में नशीला पदार्थों की तस्करी करने वालों को बेच देते हैं। गाड़ी चुराने का तरीका चौंकाने वाला है। 10वीं पास ये चोर टेक्नोलॉजी के ऐसे जानकार हैं कि आपके होश उड़ जाएंगे।
डेमो देख चौंकी पुलिस अजमेर पुलिस के हत्थे चढ़े वाहन चोरों ने पूछताछ में ऐसी जानकारी दी, जिससे एक बार को पुलिस भी घूम गई। डिटेल में जानकारी ली गई तो पूरा खेल सामने आया। एक चाइनीज डिवाइस की मदद से करोड़ों की गाड़ियों को मिनटों में उड़ाने का डेमो चोरों ने कैमरे पर दिया। इनके पास से कुल 11 कारें बरामद हुई हैं।
पुलिस महानिरीक्षक ने दी प्रेस वार्ता में जानकारी अजमेर रेंज IG रूपेंद्र सिंह ने आदर्श नगर थाने में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि अजमेर जिले में आदर्श नगर, अलवर गेट, केकड़ी, ब्यावर, बिजयनगर, किशनगढ़ सहित अन्य जिलों में लग्जरी वाहनों की चोरी की वारदातें हो रही थीं। खुलासे के लिए एक टीम का गठन किया गया। वारदात के आधार पर अपराधियों का डेटाबेस तैयार किया गया। सभी से पूछताछ की गई। टीम द्वारा अलग-अलग जगह हुई वारदातों के घटनास्थल का निरीक्षण कर आसपास के सीसीटीवी खंगाले गए। वारदात में इस्तेमाल किए गए वाहनों का रूट पता किया गया। जगह-जगह मुखबिर लगाए गए।
राजस्थान के अलावा दिल्ली-हरियाणा तक नेटवर्क आईजी ने बताया कि जिला स्पेशल टीम के सदस्यों को घटना के संबंध में राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों से आरोपियों के बारे में जानकारी मिली। स्पेशल टीम ने लग्जरी गाड़ियों की चोरियां करने वाले सरगना सवाई माधोपुर निवासी कुंजीलाल गुर्जर (34) पुत्र रामधन, मंडावरी थाना लालसोट जिला दौसा निवासी विनोद कुमार मीणा (32) पुत्र रामस्वरूप एवं जांखन थाना मतोंडा जिला जोधपुर निवासी विमल कुमार (24) पुत्र बाबूलाल को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ के बाद मादक पदार्थों के तस्करों के सरगना जांगुवाा थाना लूणी जिला जोधपुर निवासी रामनिवास विश्नोई (32) पुत्र मोहनराम को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का दावा है कि 100 से ज्यादा वारदातों को इन्होंने कबूला है।
तस्करों को बेचते थे गाड़ी तस्करों के सरगना रामनिवास विश्नोई से पूछताछ में सामने आया कि उसे तीनों आरोपियों ने 2 से 2.5 लाख रुपए में गाड़ियां बेचीं हैं। विश्नोई से 9 क्रेटा कार, एक i10 और एक i 20 गाड़ी जब्त की गई है। रामनिवास क्रेटा गाड़ियों को मुनाफा कमाने के लिए अजमेर स्थित एक फॉर्म हाउस में किराए पर लेकर छुपाकर रखता था। फिर मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों को बेच देता था। चोरी के तीन आरोपियों से वारदात में उपयोग में लेने वाले हाईटेक एक्सटूल फास्टट्रैक डिवाइस, सेंसर चिप, मास्टर चाबी, पेचकस बरामद किया गया है।
पहले रेकी, फिर वारदात अजमेर एसपी चुनाराम जाट के अनुसार, गाड़ियों की डिमांड होते ही मुख्य आरोपी कुंजीलाल अपने साथियों के साथ गाड़ी चोरी करने की फिराक में जुट जाता है। रात में शहर के अलग-अलग इलाकों में घूमते हैं। जहां भी हुंडई कंपनी की क्रेटा, i10, i20 जैसी गाड़ियां दिखती थी उसे उड़ाने की जुगाड़ में लग जाते थे। मौका मिलते ही कुंजीलाल का साथी विनोद मीणा गाड़ी के साइड में पीछे की तरफ का कांच तोड़कर एक हाथ अंदर डालकर गेट खोल देता था। फिर मास्टर चाबी से गाड़ी को केवल ऑन कर बाहर आ जाता। फिर कुंजीलाल दिल्ली से लाई हुई एक्सटूल फास्टट्रैक डिवाइस को लेकर गाड़ी के अंदर जाता। गाड़ी के सिस्टम को हैक कर कोड हासिल कर गाड़ी को स्टार्ट कर देता। फिर चोरी कर ले जाते। बाद में शहर से बाहर जाकर गाड़ी के नंबर प्लेट बदल देते थे।
यूट्यूब से सीखा कार का लॉक तोड़ना चाइनीज डिवाइस की मदद से कारों का लॉक खोला जाता था। वाहन चोरों ने यूट्यूब देखकर डिवाइस चलाना सीखा। इसके बाद दिल्ली से इस डिवाइस को खरीदा। वारदात के मास्टरमाइंड कुंजीलाल गुर्जर ने मीडिया के सामने कार चुराने का डेमो दिया। यह देख पुलिस वाले भी कुछ देर के लिए सकते में आ गए। 10वीं फेल इन वाहन चोरों ने टेक्नोलॉजी की मदद से 2 करोड़ से ज्यादा की गाड़ियां चोरी की हैं। यूट्यूब से गाड़ियों का लॉक तोड़ना सीखा पुलिस की मानें तो आरोपियों ने पूछताछ में बताया गया कि लग्जरी गाड़ियों के लॉक तोड़ने का सिस्टम यूट्यूब पर वीडियो देखकर सीखा। चोर गिरोह लाखों की कीमत के हाईटेक डिवाइस की मदद से लग्जरी गाड़ियों का सिक्योरिटी सिस्टम हैक कर लग्जरी गाड़ी को मात्र 5 मिनट में चोरी कर लेते हैं।
पहले से दर्ज हैं कई मामले पुलिस के अनुसार आरोपी कुंजीलाल के विरुद्ध पूर्व में कुल 38 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें चोरी, नकबजनी, आर्म्स एक्ट के प्रकरण दर्ज हैं। इसके साथ ही विनोद कुमार मीणा के विरुद्ध 27 प्रकरण दर्ज हैं। सभी आरोपी जयपुर, जोधपुर, दौसा, भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर सहित अन्य जिलों में कई वारदातों में वांछित हैं।
की-लेस कारें आने के बाद बदला तरीका पहले (2017 से पहले) साधारण चाबी से चलने वाली कारें आती थीं। बाद में चीजें अपडेट हुईं और कारें की-लेस आने लगीं। इनमें इमोबिलाइजर (वाहन को चोरी होने से रोकने वाला फीचर) लगा होता है। गाड़ी स्टार्ट करने के लिए जैसे ही हम चाबी लगाते हैं, इमोबिलाइजर को मैसेज जाता है। चाबी असली होने की स्थिति में गाड़ी स्टार्ट हो जाती है। चाबी नकली हुई तो गाड़ी स्टार्ट नहीं होगी। इस डिवाइस के आते ही चोरों ने नया तरीका ढूंढ लिया है। अब चोर विंडो तोड़कर हैकिंग डिवाइज की मदद से गाड़ी चुरा लेते हैं। अजमेर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में भी जो वारदातें हुई हैं, इसी तर्ज पर हुई है।
15 से 20 फीसदी बढ़े मामले SUV सेगमेंट की गाड़ियां इंश्योरेंस कंपनियों के लिए मुसीबत बन गई हैं। चोरों को सबसे ज्यादा पसंद इसी सेगमेंट की कारें आ रही हैं। इसलिए इस सेगमेंट की कारें सबसे ज्यादा चोरी हो रही हैं। इंश्योरेंस कंपनियों की मानें तो इसमें हुंडई की क्रेटा टॉप पर है। इसके बाद मारुति की विटारा ब्रेजा, टोयोटा की फॉर्च्यूनर जैसी SUV की चोरी खूब हो रही है। इसी फाइनेंशियल ईयर में ऐसी गाड़ियों की चोरी के मामले 15 से 20 प्रतिशत तक बढ़े हैं। कंपनियों के अनुसार, पिछले सालों की तुलना में साल 2019 में 10 हजार ज्यादा SUV गाड़ियों की चोरी हुई है।
केकड़ी में कार चोरी के आरोपियों को अजमेर पुलिस ने दबोचा

अजमेर पुलिस की गिरफ्त में लग्जरी गाड़ियां चोरी करने के आरोपी।