केकड़ी, 20 जुलाई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): भारत में जैन मंदिरों, तीर्थक्षेत्रों व अतिशय क्षेत्रों में हो रहे अतिक्रमण, जैन मुनियों की हत्या, जैन मुनियों के साथ पैदल विहार के समय हो रही दुर्घटनाओं एवं जैन मुनियों पर बढ़ते अत्याचारों के विरोध में गुरुवार को केकड़ी पूरी तरह बंद रहा। इस दौरान सभी व्यापारिक संगठनों ने बंद को समर्थन दिया तथा जैन समाज के तत्वावधान में जारी आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। बंद के दौरान सभी दुकानों पर ताले लटके रहे।
प्रवचन सभा का आयोजन दिगम्बर जैन चैत्यालय में मुनि सुश्रुत सागर महाराज एवं क्षुल्लक सुकल्प सागर महाराज के सानिध्य में प्रवचन सभा का आयोजन किया गया। प्रवचन सभा के बाद मौन जुलूस निकाला गया। जो चन्द्रप्रभु जैन चैत्यालय से रवाना होकर घण्टाघर, सदर बाजार, खिड़की गेट, सरसड़ी गेट, पाल टाकीज रोड, बस स्टैण्ड होते हुए नगर पालिका स्थित विशेषाधिकारी कार्यालय पहुंचा।
विशेषाधिकारी को सौंपा ज्ञापन यहां सकल जैन समाज के प्रतिनिधिमण्डल ने केकड़ी जिले के विशेषाधिकारी आईएएस खजान सिंह को ज्ञापन सौंपा। बाद में जुलूस तीनबत्ती चौराहा, अजमेरी गेट, घण्टाघर होते हुए चैत्यालय पहुंच कर सम्पन्न हुआ। मौन जुलूस में बड़ी संख्या में महिला पुरुष व बच्चे शामिल हुए। जुलूस के दौरान महिला पुरुषों व बच्चों ने जैन पताकाएं एवं विरोध में लिखी तख्तियां थाम रखी थी।
मुनिश्री को दी श्रद्धांजलि प्रचार मंत्री नरेश जैन ने बताया कि जुलूस के चैत्यालय पहुंचने के बाद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा को संबोधित करते हुए कैलाश चंद सोनी, जितेन्द्र सिंघवी, प्रो. ज्ञानचंद सुराणा, भंवरलाल बज, अर्पिता कटारिया, अनिता रांटा आदि ने जैन मुनि की नृशंस हत्या की कड़ी निंदा की तथा दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।