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टोंक एसीबी ने देवली थाने के एएसआई को घूस लेते दबोचा, थाने में दर्ज मुकदमे में कार्रवाई नहीं करने की एवज में ली थी रिश्वत

केकड़ी: टोंक एसीबी के हत्थे चढ़ा देवली थाने का एएसआई (लाल गोले में)।

केकड़ी, 21 दिसम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): देवली थाने में कार्यरत सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) अर्जुनलाल मीणा को टोंक एसीबी की टीम ने घूस लेते हुए दबोचा है। एसीबी की टीम ने कार्रवाई करते हुए देवली में ममता सर्कल स्थित वत्सल मोबाइल की दुकान से यह राशि बरामद की है। जहां से एएसआई को पकड़ने के बाद पुलिस थाने ले गई। इस दौरान एएसआई खुद को निर्दोष बताते रहे। यहां टीम को एएसआई जेब में रखे पैसे खुद के बताते रहे। इसके बाद टीम एएसआई को लेकर वापस मौके पर ले गई। जहां टीम ने पड़ताल शुरू की। इस दौरान लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। बताया जाता है कि उपरोक्त एएसआई केकड़ी में निवास करता है।

शिक्षक की शिकायत पर हुई कार्रवाई भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश आर्य ने बताया कि मामले में दूनी थाना क्षेत्र के परिवादी ने लिखित में शिकायत दी कि उसके विरुद्ध देवली थाने में एक मामला पंजीकृत है। इस मामले में कार्रवाई नहीं करने की एवज में अनुसंधान अधिकारी व एएसआई अर्जुन लाल मीणा 50 हजार रुपए की मांग कर रहे हैं। इस पर 5 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। उधर, ब्यूरो की टीम ने शिकायत का सत्यापन कर जाल बिछाने की कार्रवाई शुरू कर दी। इधर, परिवादी ने 5 हजार रुपए दिए। इसी के साथ एसीबी की टीम एएसआई के पीछे लग गई। जिससे यहां ममता सर्कल स्थित वत्सल मोबाइल से दबोच लिया गया। जानकारी के अनुसार मामले में परिवादी दूनी के सावता निवासी सियाराम मीणा है, जो कि जहाजपुर क्षेत्र के गांधीथला में शिक्षक है।

बरामदगी के लिए दोबारा गई टीम एएसआई को घूस लेने के आरोप में पकड़े जाने के बाद ब्यूरो की टीम देवली थाने ले आई। लेकिन थाने में एएसआई खुद को निर्दोष बताते रहे। खास बात यह है कि रिश्वत की ली गई राशि यहां बरामद नहीं हुई। इसके बाद एसीबी की टीम एएसआई को लेकर वापस वत्सल मोबाइल गई। जहां दुकान में अलमारी की एक दराज में 5 हजार रुपए रखे हुए मिल गए। इसे बरामद करने के बाद एसीबी की टीम पुनः थाने आ गई।

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