केकड़ी, 25 जून (आदित्य न्यूज नेटवर्क): सत संस्कार सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित गीता भवन का 10 वां पांच दिवसीय पाटोत्सव रविवार को विविध धार्मिक कार्यक्रमों के साथ श्रद्धा पूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर रविवार को दोपहर महामंडलेश्वर स्वामी जगदीश पुरी महाराज के सानिध्य में मंदिर शिखर पर नई ध्वजा चढ़ाई गई। इस दौरान समूचा गीता भवन सनातन धर्म की जय—जयकार से गूंज उठा। इससे पूर्व गीता भवन में एक धर्म सभा आयोजित की गई। सभा में महामंडलेश्वर स्वामी जगदीश पुरी महाराज ने प्रवचन करते हुए कहा कि व्यक्ति के आध्यात्मिक विकास के लिए सत्संग बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब इस शहर में लोगों को सत्संग के लिए उचित स्थान तक उपलब्ध नहीं हो पाता था। यही वजह थी कि ज्यादातर लोग सत्संग से नहीं जुड़ पाते हैं, मगर धार्मिक नगरी के रूप में विख्यात केकड़ी शहर में गीता भवन जन-जन की आस्था का केंद्र बनकर एक ऐसे अद्भुत तीर्थ के रूप में विकसित हुआ है जहां नियमित तौर पर होने वाले सत्संग से जुड़ कर लोग आध्यात्मिक विकास के पथ पर ही अग्रसर हो रहे है।
केकड़ी: गीता भवन के पाटोत्सव के दौरान आयोजित धर्मसभा में मंचासीन संत।
सत्संग से होगा जीवन का विकास महामंडलेश्वर स्वामी जगदीश पुरी महाराज ने कहा कि शरीर की पुष्टि एवं इंद्रियों की तृप्ति मानव जीवन का उदेश्य नही हो सकता। सत्संग हमारे जीवन की अपरिहार्य आवश्यकता है। इसके द्वारा हमारे जीवन का संपूर्ण विकास होता है। हम शरीर में हैं, संसार में है, जिदगी बीत रही है । जिदगी जीने में ही सारी जिदगी बीत न जाए। जीवन का आध्यात्मिक विकास सत्संग से ही होता है। आध्यात्मिक जीवन ही श्रेष्ठ जीवन है। धर्म सभा में स्वामी चैतन्य पुरी महाराज, ब्रह्मचारी हंस चैतन्य, ब्रह्मचारी परमानंद चैतन्य मंच पर उपस्थित थे। धर्म सभा के प्रारंभ में समिति की ओर से जगदीश स्वरूप मेवाड़ा, पूरण कुमार करिहा, बिरदी चंद नुवाल, सुभाष चंद्र न्याति, चंद्रप्रकाश विजयवर्गीय, राजेंद्र फतेहपुरिया, रामनारायण माहेश्वरी सहित अन्य सदस्यों ने मंचस्थ संतों का स्वागत किया। अंत में गीता भवन में विराजमान भगवत विग्रहों की आरती कर प्रसाद वितरित किया गया। धर्म सभा के बाद वैदिक मंत्रोचार के साथ गीता भवन के मंदिर शिखर पर नई ध्वजा चढ़ाई गई। इस दौरान समूचा गीता भवन सनातन धर्म की जय जयकार से गूंज उठा। कार्यक्रम के दौरान कई महिला पुरुष श्रद्धालु उपस्थित रहे।
केकड़ी: स्वामी जगदीश पुरी महाराज के साथ समिति की नवगठित कार्यकारिणी के पदाधिकारी।
विजयवर्गीय को थमाई गीता भवन की कमान गीता भवन में रविवार को महामंडलेश्वर स्वामी जगदीश पुरी महाराज के सानिध्य में सत संस्कार सेवा समिति की एक बैठक आयोजित कर वर्ष 2023 से 25 तक के लिए सर्वसम्मति से समिति की नवीन कार्यकारणी का गठन किया गया। कार्यकारिणी में मुख्य संरक्षक महामण्डलेश्वर स्वामी जगदीशपुरी जी महाराज, संरक्षक जगदीश स्वरूप मेवाडा, पूरणमल कारिहा, बिरदीचंद नुवाल, सुभाषचंद्र न्याति, अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश विजयवर्गीय, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश बांगड व राधा माहेश्वरी, सचिव जगेश्वर प्रसाद शर्मा, सह सचिव गणेश सिंह भाटी, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र फतेहपुरिया, कार्यकारिणी सदस्य नंद किशोर साहू, सुरेन्द्र जोशी, देवन भगतानी, मुकेश शर्मा व उषा जैथलिया को बनाया गया। बैठक में समिति के आगामी कार्यक्रमों के बारे में भी विचार विमर्श किया गया। बैठक में समिति के पूर्व अध्यक्ष सुभाष चंद्र न्याति के 4 साल के कार्यकाल की खुल कर प्रशंसा करते हुए उनकी कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।