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पाप व अनाचार की पराकाष्ठा होने पर प्रभु लेते है अवतार, भक्तों की रक्षा के लिए करते है राक्षसों का संहार

केकड़ी: कथा वाचन करते स्वामी जगदीश पुरी जी महाराज।

केकड़ी, 27 सितम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): महामण्डलेश्वर स्वामी जगदीशपुरीजी महाराज ने कहा कि सतयुग, त्रेतायुग, द्वापर युग एवं कलियुग में जब भी अधर्म बढ़ता है, पाप व अनाचार की पराकाष्ठा हो जाती है, तब प्रभु नारायण को अपने भक्तों की रक्षा के लिए मृत्यु लोक में आना पड़ता है और राक्षसों का संहार कर सज्जनों की रक्षा करते हैं। मानव आत्मा व शरीर मधुर संयोग है लेकिन यह दुख का विषय है कि वर्तमान समय में व्यक्ति आत्म साधना के स्थान पर मात्र नश्वर शरीर को ही सर्वत्र एवं समस्त मानकर भौतिकता की तरफ आकृष्ट है। वे यहां सापण्दा रोड स्थित गोपालजी की कोठी में कारिहा परिवार की ओर से आयोजित श्रीमद्भागवत ज्ञान महायज्ञ के दौरान प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जो लोग सदा तरह-तरह के पाप किया करते हैं, निरंतर दुराचार में ही तत्पर रहते हैं और उल्टे मार्गों से चलते हैं तथा जो हमेशा क्रोध में रहने वाले कुटिल और कामपरायण हैं। वे सब इस कलयुग में श्रीमद भागवत कथा से पवित्र हो जाते हैं।
केकड़ी: कथा महोत्सव के दौरान उपस्थित महिलाएं।
विभिन्न प्रसंगों का किया वर्णन झूठ बोलने वाले, माता- पिता की निंदा करने वाले, लालच के मारे हुए, आश्रम धर्म से रहित, घमंडी, दूसरो की उन्नति देखकर कुढऩे वाले और दूसरों को दु:ख देने वाले भी कलयुग में श्रीमद भागवत कथा के प्रभाव से पवित्र हो जाते हैं। इस दौरान उन्होंने कालिया मर्दन, गिरिराज धारण एवं रासलीला सहित अन्य कई प्रसंगों के माध्यम से श्रोताओं को भागवत के गूढ रहस्यों को बहुत ही सहजता और सरलता से समझाया। कथा के दौरान छप्पन भोग की झांकी भी सजाई गई। कथा के दौरान उपस्थित श्रोता ब्रहमचारी महेन्द्र चैतन्य व ब्रहमचारी नारायण चैतन्य द्वारा प्रस्तुत भजनों पर भाव विभोर होकर नाचने लगे। कथा में बडी संख्या में महिला पुरूष श्रोता उपस्थित रहे।
महिला मंडल ने किया स्वागत कथा के दौरान बढते कदम महिला मंडल की ओर से रेखा महेश्वरी, निर्मला सोमानी, सावित्री पोरवाल, अनीता, संध्या सोमानी, पूजा गर्ग, दीपा, संतोष, माया, सीमा चौधरी, सीमा व्यास आदि ने व्यासपीठ पर विराजमान स्वामी जगदीशपुरी महाराज व कथा आयोजक पूरण कुमार कारिहा सहित उनकी पुत्र वधुओं वन्दना, हर्षिता व साक्षी का माला व शाल ओढा कर स्वागत किया। इनके अलावा गंगापुर के सुरेश चंद्र रुइया, गुलाबपुरा के दिनेश तोषनीवाल, बूंदी के भंवरलाल झंवर, रामेश्वर लाल मीणा, भंवरलाल फतेहपुरिया, जगदीश फतेहपुरिया सहित अन्य कई श्रद्धालुओं ने स्वामी जी का स्वागत कर आशीर्वाद प्राप्त किया। संचालन सुरेन्द्र जोशी ने किया।

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