केकड़ी, 25 अक्टूबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): केकड़ी जिलान्तर्गत टोडारायसिंह निवासी 21 वर्षीय अंकुश धोबी सेना में जाकर देश की सेवा करना चाहता था। इसके लिए वह टोंक में रहकर तैयारी कर रहा था। लेकिन उसे क्या पता था कि उसके दोस्त ही उसकी जान के दुश्मन बने हुए है। पुरानी खुन्नस व सनकीपन के चलते मृतक के दोस्त ने दूसरे दोस्त के साथ मिलकर अंकुश के सपनों को चकनाचूर कर दिया और धारदार हथियार से उसका गला रेत कर मौत की नींद सुला दिया। अंकुश की हत्या के कारणों का पता चलने पर परिवार को अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है, कि क्या कोई छोटी सी बात का बदला लेने के लिए किसी की इतनी नृशंष हत्या कर भी कर सकता है। पुलिस ने जघन्य हत्याकांड का 12 घण्टे में खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है मामला टोडारायसिंह निवासी अंकुश धोबी (21) पुत्र नाथूलाल धोबी सोमवार शाम को अपने दोस्तों के साथ घर से निकला, लेकिन देर रात तक वापस घर नहीं लौटा। ग्रामीणों को मंगलवार सुबह बीसलपुर मार्ग स्थित लाडपुरिया कॉलोनी के समीप जंगल स्थित सूखी नाडी में अंकुश का खून से लथपथ शव नजर आया। सूचना पर टोडारायसिंह थानाधिकारी रोडूराम मय पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरु की। युवक का शव मिलने की जानकारी मिलते ही मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। लोग आक्रोशित हो गए तथा मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। पुलिस व प्रशासन की समझाइश के बाद परिजन देर रात को पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए। पंचनामा व पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस ने पिता की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर हत्याकांड की जांच शुरु कर दी।
पुलिस दल ने दिखाई तत्परता पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश आर्य एवं पुलिस उप अधीक्षक संजय सिंह चम्पावत के सुपरविजन में विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया तथा आरोपियों की तलाश शुरु की गई। पुलिस एवं साइबर टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज एवं मौके से उठाए गए साक्ष्यों के आधार पर प्रत्येक पहलू की बारीकी से जांच की तथा हत्याकांड की कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए हत्या आरोपी अनिल पुत्र मुकेश कुमार जाति धोबी उम्र 21 साल निवासी टोडारायसिंह जिला केकड़ी एवं अजय पुत्र लालाराम जाति रेगर उम्र 19 साल निवासी टोडारायसिंह जिला केकड़ी को गिरफ्तार कर लिया। हत्याकाण्ड का खुलासा करने वाली टीम में थानाधिकारी रोडूराम, हैड कान्स्टेबल रामफूल, कान्स्टेबल महेन्द्र वीर, कालूराम, संदीप, धर्मराज व चालक महेन्द्र एवं साइबर सेल केकड़ी के कान्स्टेबल रामराज व गजराज शामिल है।
तरीका—ए—वारदात पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतक अंकुश व आरोपी अनिल लम्बे समय से दोस्त है। लगभग एक साल पहले दोनों के बीच किसी बात को लेकर अनबन हो गई। अंकुश कुछ समय बाद पुरानी बात को भुला बैठा और दोनों के बीच दोस्ती का सिलसिला लगातार जारी रहा। लेकिन अनिल के दिल में वह बात कील की तरह धंस गई। वह बदला लेने के लिए हर समय मौके की तलाश में रहने लगा। सोमवार देर शाम को उसने अंकुश व एक अन्य दोस्त अजय के साथ लाडपुरा कॉलोनी के समीप स्थित नाडी में बैठकर शराब का सेवन किया तथा मौका मिलते ही धारदार हथियार से घातक वार कर अंकुश को मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद दोनों आरोपी हत्या में प्रयुक्त हथियार आदि को ठिकाने लगाकर अपने अपने घर चले गए।
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