Wednesday, April 30, 2025
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पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, बाइक चोर गिरोह का किया भंडाफोड़, 34 बाइक बरामद

केकड़ी, 15 जुलाई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): भिनाय थाना पुलिस ने बाइक चोरी के बड़े गिरोह का भंडाफोड़ कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर कुल 34 बाइक बरामद की है। बताया जाता है कि भिनाय थाना पुलिस द्वारा बाइक चोरों के खिलाफ की गई यह कार्रवाई अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। भिनाय थानाधिकारी महावीर प्रसाद मीणा ने बताया कि जूना गुलाबपुरा निवासी सांवरलाल जाट पुत्र रामनाथ जाट ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 14 जुलाई को ग्राम घणा स्थित घर से उसकी बाइक चोरी हो गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरु की। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने घटना के महज 4 घण्टे बाद वारदात का खुलासा करते हुए देशवाली मोहल्ला टांटोटी थाना सराना निवासी सद्दाम उर्फ लाला पुत्र रूस्तम जाति देशवाली, केसरपुरा थाना सराना निवासी हेमराज पुत्र रामकरण जाति गुर्जर एवं सरगांव थाना भिनाय निवासी कान्हाराम पुत्र कुन्दन जाति गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया तथा आरोपियों की निशानदेही पर बाइक बरामद कर ली।

भिनाय थाना पुलिस के हत्थे चढ़े बाइक चोर।

फटी रह गई पुलिस की आंखे पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि तीनों आरोपियों ने अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक व चित्तौड़गढ़ में बाइक चोरी की कई वारदातों को अंजाम दिया है। कड़ी पूछताछ के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों की निशानदेही पर कुल 34 बाइक बरामद की है। पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम शर्मा व पुलिस उप अधीक्षक खींवसिंह राठौड़ के निर्देशन में गठित विशेष टीम में थानाधिकारी महावीर प्रसाद मीणा, एएसआई गिरधारी सिंह व ओमप्रकाश, कान्स्टेबल शंकर, ओम सिंह, करतार, नरेश, शिवराज, सुरेश, सुमेर, महेश व महेन्द्र शामिल है।
भिनाय थाना पुलिस द्वारा बरामद की गई मोटर साइकिलें।

तरीका—ए—वारदात पुलिस उप अधीक्षक खींवसिंह राठौड़ ने बताया कि सरगांव निवासी कान्हाराम अवैध रूप से स्मैक बेचने का कार्य करता है। टांटोटी निवासी सद्दाम एवं केसरपुरा निवासी हेमराज स्मैक पीने के आदि है। कान्हाराम स्मैक पिलाने के बदले में दोनों से बाइक चोरी करवाता है तथा आसपास के क्षेत्र में रहने वाले परिचितों अथवा रिश्तेदारों को नम्बर प्लेट बदल कर औने पौने दाम में बेच देता है। राठौड़ ने बताया कि पुलिस से बचने के लिए आरोपी वारदात के समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते है। सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए अधिकतर चोरियां ग्रामीण क्षेत्र में खेत अथवा घर के बाहर खड़ी बाइक की करते है। बाइक चोरी की घटना के बाद कच्चे रास्तों का इस्तेमाल करते है ताकि किसी की नजर में नहीं आ सके। पुलिस के अनुसार आरोपी केवल स्मैक के नशे की लत को पूरा करने के लिए चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे।

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