केकड़ी, 22 मई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): जन-जन की आस्था के केंद्र गीता भवन में सोमवार से आठ दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान महायज्ञ प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर सुबह यहां अजमेर रोड पर स्थित बिजासन माता मंदिर से शहर में कलश एवं शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें कई महिलाएं एवं श्रद्धालु शामिल हुए। शोभा यात्रा के प्रारंभ में कथा आयोजक तारा प्रकाश व्यास ने महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी जगदीश पुरी महाराज के साथ भागवत जी की पूजा अर्चना की तथा बाद में शहर में कलश एवं शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में सबसे आगे कथा आयोजक भागवत जी को शिरोधार्य करके चल रहे थे। शोभायात्रा में महामंडलेश्वर स्वामी जगदीश महाराज भी शामिल थे जिनके साथ कई श्रद्धालु चंवर ढुलाते हुए पैदल चल रहे थे। शोभा यात्रा बिजासन माता मंदिर से प्रारंभ होकर नगरपालिका के सामने से तीन बत्ती चौराहा,अजमेरी गेट व घंटाघर से जुनिया गेट होते हुए गीता भवन पहुंची। इस दौरान शहर के विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालु भक्तजनों द्वारा भागवत भगवान सहित महामंडलेश्वर स्वामी जगदीश पुरी महाराज का पुष्प वर्षा के साथ स्वागत कर आरती की गई। शोभा यात्रा के दौरान श्रद्धालु जन भागवत भगवान सहित स्वामी जगदीश पुरी महाराज की जय जयकार करते हुए चल रहे थे।
केकड़ी: भागवत कथा के शुभारंभ पर निकाली गई शोभायात्रा में मंगल कलश लेकर शामिल हुई महिलाएं।
आयोजक परिवार ने की पूजा अर्चना शोभा यात्रा के गीता भवन पहुंचने के बाद आयोजक परिवार द्वारा व्यासपीठ की पूजा अर्चना कर व्यासपीठ पर विराजमान स्वामी जगदीश पुरी महाराज का स्वागत किया गया। इस मौके पर कथा आयोजक परिवार के सदस्यों के साथ गीता भवन के संरक्षक जगदीश स्वरूप मेवाड़ा, पूरण कुमार कारिहा, सुभाष चंद्र न्याति, चंद्रप्रकाश विजयवर्गीय, राजेंद्र फतेहपुरिया, सुरेंद्र जोशी, मुरलीधर काबरा, दिनेश काबरा, सत्यनारायण सोमानी, जगदीश फतेहपुरिया, रामदेव जेतवाल, चिरंजी लाल सोनी,राजेंद्र शर्मा द्वारा स्वामी जगदीश पुरी जी का स्वागत किया गया। कथा के पहले दिन स्वामी जगदीश पुरी महाराज ने भागवत कथा के महात्म्य में पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भागवत कथा भगवान श्री कृष्ण का शाब्दिक स्वरूप है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति के जन्म जन्मांतर के पुण्यों का उदय होने पर भागवत कथा सुनने का अवसर प्राप्त होता है। कथा आयोजक व्यास ने बताया कि भागवत कथा का आयोजन आगामी 29 मई तक जारी रहेगा। इस दौरान प्रतिदिन सुबह 9:00 से 12:00 तक एवं रात्रि 7.30 बजे से 10:30 बजे तक स्वामी जी महाराज के मुखारविंद से कथा श्रवण का अवसर प्राप्त होगा।