केकड़ी, 25 जुलाई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): यहां बघेरा रोड स्थित दादाबाड़ी परिसर में नवनिर्मित शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान के नूतन जिनालय में 28 नवम्बर 2022 को देव प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा होगी। प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन नौ दिन तक चलेगा। रविवार को कोटा में पार्श्व कुशल धाम दानबाड़ी दादाबाड़ी में चातुर्मासार्थ विराजित आचार्य श्री जिन पीयूष सागर महाराज ने श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ केकड़ी के आग्रह पर अंजनशलाका व प्रतिष्ठा का मुहुर्त प्रदान किया। मुहुर्त की घोषणा के साथ ही समाज के महिला पुरुषों में उल्लास छा गया, रोम रोम पुलकित हो गया। प्रतिष्ठा का शुभ मुहुर्त प्राप्त होते ही समस्त जैन समाज में खुशी की लहर दौड़ गई। महिला पुरुषों ने भाव विभोर होकर नृत्य किया तथा जयकारे लगाए।
प्रभु के वचनों से प्राप्त होगी सद्गति धर्मसभा के दौरान आचार्य पीयूष सागर महाराज ने भजनों के माध्यम से प्रभु की शरण में जाने, बुराई से बचने, बैर नहीं रखने एवं बदले की भावना नहीं रखने के लिए प्रेरित किया। मुनि सम्यक रत्न सागर महाराज ने कहा कि सद्गति की प्राप्ति प्रभु के वचनों से ही हो सकती है। जीवन में आए कुसंस्कारों को संकल्प के माध्यम से दूर किया जा सकता है। सर्व दोषों से मुक्ति किसी अन्य जन्म में नहीं अपितु मानव जीवन में ही संभव है। जीवन उत्थान का मार्ग प्रशस्त करने के लिए जिनशासन की प्रभावना जरुरी है। धर्मसभा के दौरान कोटा श्रीसंघ की ओर से केकड़ी संघ के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंघवी व मुहुर्त के लाभार्थी परिवार के सुरेन्द्र लोढ़ा का बहुमान किया गया। इस मौके पर राजेन्द्र लोढ़ा, लोकेन्द्र डांगी, नरेन्द्र लोढ़ा, राजेश चतर समेत समाज के कई जने मौजूद रहे।
ढोल बाजों के साथ पहुंचा श्रीसंघ प्रतिष्ठा का मुहुर्त प्रदान करने की विनती करने के लिए श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के सभी सदस्य सुबह कोटा पहुंचे। यहां श्रीसंघ की ओर से ढोल ढमाकों के साथ जुलूस निकाला गया। मंदिर व दादाबाड़ी में दर्शन पूजन के बाद समस्त श्रीसंघ धर्मसभा में उपस्थित हुआ। यहां संघ के प्रमुख सदस्यों के साथ लाभार्थी परिवार के सुरेन्द्र लोढ़ा, नीरज लोढ़ा, आदित्य लोढ़ा आदि ने आचार्यश्री के सम्मुख आग्रह पत्र प्रस्तुत किया। श्रीसंघ के आग्रह को स्वीकार कर आचार्यश्री ने अंजनशाला व मुहुर्त की उद्घोषणा की तथा लाभार्थी लोढ़ा परिवार को अनुमति पत्र प्रदान किया। इस दौरान प्रवचन हॉल गुरुदेव के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। गौरतलब है कि श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान के नूतन जिनालय की जाजम, अंजनशलाका एवं प्रतिष्ठा का मुहुर्त लेने तथा प्रतिष्ठा की जाजम बिछाने का सम्पूर्ण लाभ जिनशासन रत्न विद्याकुमार लोढ़ा, सुरेन्द्र कुमार, नीरज कुमार, कमल कुमार, प्रियम, आदित्य एवं संकल्प लोढ़ा परिवार ने लिया है।
20 अगस्त को बिछेगी चढ़ावे की जाजम संघ अध्यक्ष जितेन्द्र सिंघवी ने बताया कि प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर आगामी 20 अगस्त 2022 को दादाबाड़ी परिसर में चढ़ावे की जाजम का आयोजन होगा। इस मौके पर प्रतिष्ठा महोत्सव से संबंधित बोलियां व चढ़ावे तय किए जाएंगे। जाजम का जुलूस सुरेन्द्र लोढ़ा के बोहरा कॉलोनी स्थित निवास स्थान से निकाला जाएगा। जो विभिन्न मंदिरों के दर्शन करते हुए दादाबाड़ी पहुंचेगा। यहां सुप्रसिद्ध विधिकारक अरविन्द भाई चौरड़िया इन्दौर के दिशा निर्देशन में चढ़ावे की बोलियां बोली जाएगी। श्रीसंघ की ओर से जाजम की तैयारियां शुरु कर दी गई है।
साध्वी मण्डल का लिया आशीर्वाद प्रतिष्ठा का मुहुर्त प्राप्त होते ही श्रीसंघ में उल्लास छा गया। मुहुर्त प्राप्त होने के बाद श्रीसंघ ने बूंदी में विराजित मंदिर निर्माण की प्रेरिका साध्वी शुभदर्शना, साध्वी डॉ. समकित प्रज्ञा एवं साध्वी स्वस्ति प्रज्ञा का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान मंदिर निर्माण से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई तथा आवश्यक तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। शाम को बूंदी श्रीसंघ द्वारा साधर्मिक भक्ति की गई। ज्ञातव्य है कि प्रवचन प्रभाविका साध्वी शुभदर्शना ने दादाबाड़ी परिसर में मंदिर निर्माण के लिए श्रीसंघ को प्रेरित किया था। साध्वी मण्डल की प्रेरणा से 15 जनवरी 2021 को मंदिर निर्माण कार्य का भूमि पूजन एवं शिलान्यास हुआ था। तभी से मंदिर निर्माण का कार्य अनवरत रूप से जारी है। जो अब पूर्णता की ओर अग्रसर है।
ये रहे मौजूद इस मौके पर संघ अध्यक्ष जितेन्द्र सिंघवी, मंत्री उमरावमल मेड़तवाल, उदयसिंह धम्माणी, सुरेन्द्र लोढ़ा, गौतम सिंह बग्गाणी, छीतरमल मेड़तवाल, निहालचन्द मेड़तवाल, शांतिलाल चौरड़िया, भंवरलाल मेड़तवाल, छोटूलाल पालड़ेचा, नीरज लोढ़ा, विनीत चौरड़िया, लाभचन्द धूपिया, अमित धूपिया, नवीन तातेड़, दिनेश चौरड़िया, निहालचन्द मेड़तवाल, अमित चौरड़िया, आदित्य लोढ़ा, अभिनव सिंघवी समेत समाज के अनेक महिला पुरुष मौजूद रहे।
प्रतिष्ठा का मुहुर्त पाकर हर्षित हुआ सकल जैन समाज, 20 अगस्त को बिछेगी चढ़ावे की जाजम
