केकड़ी, 7 नवंबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): अखिल भारत हिंदू महासभा के तत्वावधान में अजमेर रोड स्थित अमित होटल के सामने स्थित भवन में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। शुरुआत में हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष भरत शर्मा ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। कवि उमेश उत्साही ने मां सरस्वती की वंदना जग में वंदनीय है मेरी मात शारदा…, कवि कमल माहेश्वरी ने जब एक बार मेरी शादी हुई कविता से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया। कवि कमलेश शर्मा ने हास्य व्यंग से मंच पर खूब रंग जमाया।
काव्य प्रस्तुतियों ने बांधा समां कवियत्री कुमारी सरोज ने बलम मारो बिजी घणो, यो राखे निजरा नीची घणो… कविता सुनाकर खूब तालियां बटोरी। कवि लक्ष्मण शर्मा नैनवा ने गज खोपड़ी मीठो तेल…, कवि ओम आदर्शी ने हे हिंद राष्ट्र के मतवालों अब तो तुम खुद को पहचानो…, सत्य प्रकाश भारद्वाज ने शहीद हुआ तेरा बेटा तू रोना ना मेरी माई…, कवि दिनेश तिवारी ने जुल्फों से टपकती हुई बूंदों को देखकर…, कवि विष्णु द्विवेद्वी ने जय मेवाड़ धरा जय महाराणा प्रताप… एवं कवि शिवचरण शर्मा ने बाता बात नीपजती बाता एड़ी वेड़ी केड़ी बातां… समेत कई कविताएं सुनाई। मंच संचालन कवि अजय हिंदुस्तानी ने किया।
साहित्यिक संस्था का किया गठन काव्य गोष्ठी की शुरुआत में हिंदू महासभा के तहसील अध्यक्ष भागचंद सैनी सहित अन्य ने कवियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस मौके पर राजेंद्र शर्मा, रामचरण शास्त्री, सुनील सोनी, कैलाश जांगिड़, राजकुमार पांचाल, नारायण सोनी, राजेंद्र शर्मा, रतन टेलर, हेमराज चौधरी, संतरा देवी, माया देवी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे। काव्य गोष्ठी से पहले जय जय राजस्थान काव्य साहित्यिक संस्था का गठन किया गया।
बलम मारो बिजी घणो, यो राखे निजरा नीची घणो… काव्य गोष्ठी में कवियों ने खूब बटोरी तालियां…
