Site icon Aditya News Network – Kekri News

भक्त की सच्ची पुकार पर दौड़े आए श्रीकृष्ण, नरसी जी की मदद के लिए धरा खाती का रूप

केकड़ी: नानी बाई रो मायरो कथा का वांचन करते संत अवधेश दास महाराज।

केकड़ी, 7 जून (आदित्य न्यूज नेटवर्क): संत अवधेश दास महाराज ने कहा कि भगवान को सच्चे मन से याद किया जाए तो भगवान भी भक्त की रक्षा करने के लिए स्वयं आते हैं। वे महेश जयंती पर माहेश्वरी महिला मण्डल की ओर से गीता भवन में चल रहे तीन दिवसीय नानी बाई रो मायरो कथा महोत्सव के दौरान प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नरसी जी जन्म से गूंगे बहरे थे। अपनी दादी के पास रहते थे। कृष्ण भक्त के रूप में जीवन में उन्होंने भक्ति कार्य अपना लिया। टूटी गाड़ी में नरसी जी मायरा भरने के अंजार के लिए रवाना हो गए। जब रास्ते में गाड़ी टूट गई तब भगवान ने खाती का रूप धारण कर गाड़ी को ठीक किया और अनजान जगह पर नरसी जी की मदद की। उन्होंने मनुष्य जीवन को अनमोल बताते हुए कहा कि प्रत्येक क्षण का सदुपयोग करने एवं भगवान की भक्ति में चित्त को लगाने पर मानव जीवन सफल हो सकता है। कथा महोत्सव के दौरान भजनों की प्रस्तुति पर महिलाओं ने भावविभोर होकर नृत्य किया।

नानी बाई रो मायरो कथा महोत्सव में उपस्थित महिलाएं।

शुरुआत में माहेश्वरी महिला मण्डल की अध्यक्ष उर्मिला न्याति, सविता डोडिया, सुनीता मूंदड़ा, किरण राठी, उषा जैथलिया, विमला न्याति, रतन कंवर न्याती, मधु मूंदड़ा, मधु काबरा, माहेश्वरी मंडल के अध्यक्ष ओमप्रकाश मूंदड़ा, अजमेर जिला माहेश्वरी सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्यनारायण न्याती, निवर्तमान अध्यक्ष छीतर मल न्याति, धर्मीचंद न्याति, बिरदी चंद डोडिया आदि ने व्यासपीठ की पूजा अर्चना की तथा महाराज जी का स्वागत किया। इस मौके पर कैलाश चंद्र गर्ग, सत्यप्रकाश हावा, बिरदीचंद नुहाल, जगदीश फतेहपुरिया, रामस्वरूप खाती, बन्ना लाल लौहार, गुलाबचंद दुदानी, माधवी महिला सेवा समिति अध्यक्ष कौशल्या गर्ग व सैकड़ों महिला-पुरुष सहित भक्तजन उपस्थित थे।

Exit mobile version