Wednesday, March 12, 2025
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भाई—भाई, पति—पत्नी, पड़ोसियों और पक्षकारों के मध्य मूल विवाद खत्म करना लोक अदालत का मूल उद्देश्य—रामपाल जाट

केकड़ी, 29 नवंबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव रामपाल जाट ने कहा कि लोक अदालत का उद्देश्य केवल मुकदमों का फैसला करना नहीं बल्कि भाई भाई, पति पत्नी, पड़ोसियों और पक्षकारों के मध्य मूल विवाद को खत्म करना भी होता है। वे आगामी 9 दिसम्बर को आयोजित चतुर्थ राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने के लिए बुधवार को केकड़ी में न्यायिक अधिकारियों व अधिवक्ताओं की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस मामले का हम लोक अदालत के माध्यम से निस्तारण करवाते हैं। उससे संबंधित पक्षकारों व उनके परिवार के सदस्यों की हमें दुआएं मिलती है और न्यायिक सेवा में रहते हुए इससे बड़ा पुण्य का कार्य कोई हो नहीं सकता।उन्होंने कहा कि न्याय की आस लगाने वाले पक्षकारों को न्याय में विलंब होने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में हमारे न्यायिक परिवार के लिए यह अच्छा मौका है।

राजीनामा योग्य प्रकरणों की करें छंटनी उन्होंने मोटर दुर्घटना से संबंधित तथा पारिवारिक मामलों के निस्तारण पर जोर डालते हुए बीमा कम्पनी के अधिवक्ताओं से कहा कि वे सही व साफ सुथरे मामलों की छंटनी कर राजीनामा योग्य प्रकरणों में राजीनामा करवाएं ताकि लोक अदालत की भावना साकार हो सके। बैठक में तालुका विधिक सेवा समिति की अध्यक्ष एवं अपर जिला न्यायाधीश संख्या दो कुंतल जैन, अपर जिला न्यायाधीश संख्या एक अम्बिका सोनी, बार अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राठौड़, सचिव विशाल राजपुरोहित, उपाध्यक्ष राम अवतार मीणा, बार के पूर्व अध्यक्ष हेमंत जैन, डॉ.मनोज आहूजा, एडवोकेट गजराज सिंह कानावत, अनुराग पांडेय, दशरथ सिंह कांदलोत, कन्हैयालाल मेवाड़ा, मुकेश गढ़वाल सहित अन्य अधिवक्तागण मौजूद रहे।

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