केकड़ी, 13 सितंबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): यहां जयपुर रोड स्थित कृषि उपज मण्डी में सोमवार को माल बेचने आए किसान की करन्ट से मौत हो गई। मृताश्रित को 50 लाख रुपए का मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग करते हुए राजपूत समाज समेत कई किसान संगठन लामबंद हो गए। उन्होंने अस्पताल परिसर में पार्किंग एरिए के पास धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से समझाइश की। चार घण्टे तक चली अनेक दौर की वार्ताओं के बाद सहमति बन गई। इसके बाद मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया तथा पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया। शहर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
क्या है मामला देवरिया थाना बोराड़ा निवासी दातार सिंह (45) पुत्र मानसिंह जयपुर रोड स्थित मण्डी में अपनी कृषि उपज बेचने आया था। सोमवार शाम को मण्डी परिसर स्थित प्याउ पर पानी पीते समय अचानक उसे करन्ट का झटका लगा और वह अचेत होकर नीचे गिर गया। वहां मौजूद लोगों ने उसे अजमेर रोड स्थित राजकीय जिला चिकित्सालय पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर अस्पताल पहुंची शहर थाना पुलिस ने मृतक के शव को मोर्चरी में रखवा दिया।
सरकारी नौकरी की मांग पर अडे़ किसान की मौत का पता चलते ही राजपूत समाज के लोग लामबंद हो गए। उन्होंने राजकीय जिला चिकित्सालय में मुख्यद्वार के समीप बनी पार्किंग के पास टेंट लगाकर धरना शुरु कर दिया। भारतीय किसान संघ एवं किसान पंचायत ने भी धरने में शिरकत की तथा मृत किसान के परिजन को 50 लाख रुपए मुआवजा राशि व एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग की। सूचना मिलते ही पुलिस उप अधीक्षक खींवसिंह राठौड़ व शहर थानाधिकारी राजवीर सिंह मय पुलिस जाप्ता अस्पताल पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से वार्ता की। प्रदर्शनकारियों ने मौके पर ही मांगों को पूरा करने की बात कही।
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ अस्पताल का बाहरी परिसर धरना प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम शर्मा भी अस्पताल पहुंचे और पुलिस अधिकारियों से वस्तुस्थिति की जानकारी ली। सूचना पर सदर थानाधिकारी अनिल देव कल्ला एवं बोराड़ा थानाधिकारी नियाज मोहम्मद भी मय पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंच गए। शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए केकड़ी शहर, सदर व बोराड़ा थाना पुलिस का पूरा स्टॉफ अस्पताल परिसर में तैनात कर दिया गया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी के कारण अस्पताल का बाहरी परिसर छावनी बन गया।
उपखण्ड अधिकारी के आश्वासन पर माने प्रदर्शनकारी बातचीत में किसी तरह का समाधान नहीं होने पर उपखण्ड अधिकारी विकास पंचोली व मण्डी सचिव उमेश शर्मा अस्पताल पहुंचे और प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधिमण्डल से बात की। इस दौरान काफी देर तक कशमकश चलती रही। प्रतिनिधिमण्डल ने पीड़ित परिवार को उचित सहायता राशि देने के लिए आश्वस्त करने की बात कही। इसके बाद प्रशासन द्वारा राजीव गांधी किसान कल्याण योजना के तहत दो लाख रुपए का चेक व व्यापारियों से एकत्रित एक लाख रुपए तत्काल देने एवं मृतक के परिजन को अनुबंध के आधार पर नौकरी देने की मांग मानने तथा चिरंजीवी योजना के तहत 5 लाख रुपए की सहायता के लिए आवेदन करने एवं 50 लाख रुपए की सहायता राशि का प्रस्ताव बनाकर मुख्यमंत्री को भिजवाने के लिए आश्वस्त किया। इसके बाद दोनों पक्षों का गतिरोध शांत हो गया व प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त कर दिया।
समाज व भामाशाहों ने दिया दो लाख रुपए का सहयोग मृतक के परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए मौके पर मौजूद राजपूत समाज, किसान संगठनों व भामाशाहों ने आपसी सहयोग से दो लाख रुपए एकत्रित कर मृतक के परिजन को सौंप दिए। प्रधान होनहार सिंह राठौड़ ने बताया कि सहयोग राशि में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। समाज ने मृतक के परिजनों को ज्यादा से ज्यादा सहायता राशि देने का संकल्प व्यक्त किया है।
ये रहे मौजूद धरना प्रदर्शन के दौरान राजपूत सभा अजमेर के जिला अध्यक्ष महेन्द्र सिंह ढोस, पंचायत समिति प्रधान होनहार सिंह राठौड़, सावर उप प्रधान प्रभा किरण सिंह शक्तावत, सेवानिवृत्त एएसपी जसवंत सिंह, किसान महापंचायत के जिला अध्यक्ष बालूराम भीचर, भारतीय किसान संघ के संभाग अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद शर्मा व राजेन्द्र शर्मा, भाजपा नेता राजेन्द्र विनायका, पूर्व सरपंच पुष्पेन्द्र सिंह शक्तावत, भाजयुमो के देहात जिला महामंत्री देवव्रत सिंह, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह राठौड़, एडवोकेट गजराज सिंह समेत अनेक जने मौजूद रहे।
ये भी रहे मौजूद इस दौरान गिरधर सिंह छाबड़िया, विजेन्द्र सिंह पीपरोली, बलवीर सिंह, देवेन्द्र सिंह, चन्द्रवीर सिंह, भरत सिंह, शक्ति सिंह, लड्डू सिंह, विक्रम सिंह, अनिरूद्ध सिंह, देशराज सिंह, दुष्यंत सिंह, गोवर्धन सिंह, नरेन्द्र सिंह, भानुप्रताप सिंह भरांई, गोपाल सिंह, अभिषेक सिंह, देवेन्द्र सिंह चौसला समेत राजपूत समाज के अनेक जने मौजूद रहे।
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