केकड़ी, 10 अक्टूबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): जैन समाज के खरतरगच्छ संघ की स्थापना के 1000 वर्ष पूर्ण होने पर रविवार को कोटा में खरतरगच्छाचार्य जिन पीयूष सागर महाराज आदि ठाणा 13 के पावन सानिध्य में अखिल भारतीय स्तर पर खरतरगच्छ सहस्त्राब्दी महोत्सव ‘सिंहनाद’ का आगाज हुआ। नगर विकास न्यास कोटा के बालाजी नगर स्थित ऑडिटोरिम में आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों ने विशेष पोस्टल कवर, फिल्म पोस्टर, लोगो व विवरणिका आदि का विमोचन किया। इस दौरान फिल्म का टीजर व समाज की वेबसाइट भी लॉन्च की गई।
अतिथियों ने बढ़ाई शोभा इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अध्यक्षता खरतरगच्छ महासंघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पदमचन्द नाहटा कोलकाता ने की। खनन एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया, पोस्ट मास्टर जनरल दक्षिण क्षेत्र अजमेर कर्नल सुशील कुमार, खरतरगच्छ सहस्त्राब्दी समारोह समिति के राष्ट्रीय संयोजक ललित नाहटा, कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पंकज मेहता आदि विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। शुरुआत में आयोजन समिति से जुड़े पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने अतिथियों का बहुमान किया।
समाज में नई चेतना का हुआ सृजन इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि खरतरगच्छ समाज का सेवा व राष्ट्र निर्माण में बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि खरतरगच्छ संघ के आचार्यों, संतों व मनीषियों ने जैन धर्म के सिद्धांतों के प्रचार-प्रसार से राष्ट्र के सामाजिक-सांस्कृतिक परिवेश को समृद्ध किया है। समाज हित व सकारात्मक परिवर्तन में खरतरगच्छ अनुयायियों की अग्रणी भूमिका सदैव हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है। आचार्य जिनेश्वर सूरी ने अपने ज्ञान और तप समाज में नई चेतना का सृजन किया है। यही वजह है कि आज आचार्यश्री के सन्मार्ग का अनुसरण करने वाले उनके सच्चे अनुयायियों के रूप में खरतरगच्छ संघ की एक विशिष्ट पहचान है।
खरतरगच्छ है जीवंत समुदाय समारोह को संबोधित करते हुए आचार्य पीयूष सागर महाराज ने कहा कि एक हजार साल पहले गुजरात के पाटण में जिनेश्वर सुरी को खरतर विरुद की उपाधि से सम्मानित किया गया था। उन्होंने शास्त्रार्थ के माध्यम से यह उपलब्धि हासिल की थी। खरतर विरुद की उपाधि प्राप्त होने के साथ ही खरतरगच्छ संघ का प्रादुर्भाव हो गया। यह सबसे जीवंत समुदाय है। आज एक हजार साल पूरे होने की उपलब्धि पर समस्त संघ को गर्व की अनुभूति हो रही है। इस दौरान मुनि सम्यक रत्न सागर एवं शौर्य रत्न सागर महाराज ने भी उद्गार व्यक्त किए।
इन्होंने भी किया संबोधित स्वागत उद्बोधन श्री जैन श्वेताम्बर पेढ़ी के अध्यक्ष लोकेन्द्र डांगी ने दिया। समारोह को संबोधित करते हुए विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि जैन समाज व साधुओं ने अपने संयम, तप से सम्पूर्ण समाज को दिशा देने का काम किया है। खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पंकज मेहता ने संतों के सान्निध्य को कोटा का सौभाग्य बताया। राष्ट्रीय संयोजक ललित नाहटा ने कहा कि इस महोत्सव के सहभागी बनना अविस्मरणीय, अविरल है।
अगले साल दिसम्बर में होगा समापन समारोह के दौरान बिरला एवं अन्य अतिथियों ने सहस्राब्दी समारोह के अवसर पर तैयार की जा रही विशेष शॉर्ट फिल्म खरतर: लिगेसी ऑफ महावीर का टीजर लॉन्च किया तथा स्पेशल डाक कवर, लोगो व विवरणिका आदि का विमोचन किया। महोत्सव समिति के महामंत्री सुपारस गोलछा ने वर्ष 2023 में होने वाले कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी। समिति के क्षेत्रीय संयोजक प्रदीप जैन छाजेड़ ने बताया कि सहस्त्राब्दी महोत्सव के तहत वर्ष पर्यंत कार्यक्रम आयोजित होंगे। महोत्सव का समापन 27 दिसम्बर 2023 को तीर्थाधिराज शत्रुंजय महातीर्थ में होगा। इस अवसर पर 25 से 27 दिसम्बर तक विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
ये रहे मौजूद इस अवसर पर जीएमए प्लाजा अध्यक्ष राकेश जैन, एडिशनल एसपी भगवत सिंह हिंगड़, ओसवाल समाज कोटा के अध्यक्ष नरेन्द्र लोढ़ा, सरोज कोचर बीकानेर सहित महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, राजस्थान, पश्चिम बंगाल समेत अनेक स्थानों से आए श्रावक व आमजन उपस्थित रहे। संचालन जौली भण्ड़ारी एवं सुपारस गोलछा ने किया।
केकड़ी का प्रतिनिधिमण्डल भी हुआ शामिल सहस्त्राब्दी समारोह ‘सिंहनाद’ में शामिल होने के लिए खरतरगच्छ संघ केकड़ी का एक प्रतिनिधिमण्डल संघ अध्यक्ष जितेन्द्र सिंघवी के नेतृत्व में कोटा पहुंचा। यहां आचार्यश्री एवं मुनि संघ से आगामी 28 नवम्बर को केकड़ी में आयोजित भव्यातिभव्य अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियों के बारे में चर्चा की गई तथा आवश्यक निर्णय लिए गए। प्रतिनिधिमण्डल में जितेन्द्र सिंघवी, उदयसिंह धम्माणी, गौतमचन्द बग्गाणी, भंवरलाल मेड़तवाल, नीरज लोढ़ा समेत कई जने शामिल रहे।
राष्ट्र निर्माण में खरतरगच्छ समुदाय का बड़ा योगदान, सहस्त्राब्दी महोत्सव ‘सिंहनाद’ का हुआ आगाज
