केकड़ी, 16 नवम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): कस्बे में श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के तत्वावधान में बघेरा रोड स्थित दादाबाड़ी परिसर में नवनिर्मित शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर में आगामी 21 नवम्बर से 29 नवम्बर तक जिन बिम्बों की भव्यातिभव्य अंजनशलाका एवं प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। संघ अध्यक्ष जितेन्द्र सिंघवी ने बताया कि महोत्सव के समस्त कार्यक्रम खरतरगच्छाचार्य पीयूषसागर सूरीश्वर महाराज आदि ठाणा 13 एवं मंदिर निर्माण की प्रेरणादात्री साध्वी शुभदर्शना आदि ठाणा 3 की पावन निश्रा में होंगे। उन्होंने बताया कि 20 नवम्बर को जिन बिम्बों एवं गुरु भगवन्तों का मंगल प्रवेश होगा।
इन कार्यक्रमों का होगा आयोजन मीडिया प्रभारी नीरज लोढ़ा ने बताया कि 21 नवम्बर को शंखेश्वर दरबार का उद्घाटन, कुंभ स्थापना, देवी—देवता पूजन, दीपक स्थापना, ज्वारारोपण, जलयात्रा विधान, क्षेत्रपाल पूजन, वेदिका स्थापना व 16 विद्यादेवी पूजन, 22 नवम्बर को लघु वीस स्थानक पूजन, लघु सिद्धचक्र पूजन, भैरव पूजन, अष्टमंगल पूजन, नवग्रह पाटला पूजन, नंदावर्त पूजन व दस दिकपाल पूजन एवं 23 नवम्बर को पंचकल्याणक पूजन का आयोजन होगा।
आकर्षक होगा पंचकल्याणक महोत्सव लोढ़ा के अनुसार 24 नवम्बर को परमात्मा के पूर्व भवों का वर्णन, राजदरबार परिचय, 14 महास्वपनों का दर्शन, बॉलीवुड़ के डांस डायरेक्टर द्वारा महास्वप्नों की अद्भुत प्रस्तुति, इन्द्र दरबार नृत्य, इन्द्र सिंहासन कम्पायमान, शास्त्रीय कलाकारों द्वारा नृत्य प्रस्तुति एवं रात्रि में लवेश बुरड़ इन्दौर द्वारा प्रभु भक्ति, 25 नवम्बर को प्रात: जन्मकल्याणक विधान, 56 दिक्कुमारी महोत्सव, हरिणगमेषी देव द्वारा घंटानाद, 64 इन्द्रों द्वारा मेरू पर्वत पर प्रभु का अभिषेक, कलाकारों द्वारा विशेष नृत्यगान एवं रात्रि में दिलीप बाफना द्वारा एक जन्म्यो राज दुलारो नाटिका का मंचन किया जाएगा।
वरघोड़े में उमड़ेगा श्रद्धा का सैलाब संघ मंत्री उमरावमल मेड़तवाल ने बताया कि 26 नवम्बर को प्रियंवदा दासी द्वारा बधाई, नामकरण, पाठशाला गमन, लग्न महोत्सव, मायरा, राज्याभिषेक, नौ लोकान्तिक देवों द्वारा विनंति, दोपहर में अठारह अभिषेक पूजन व रत्नत्रय पूजन एवं रात्रि में जैन संगीत सम्राट नरेन्द्र वाणीगोता निराला मुम्बई द्वारा प्रभु भक्ति, 27 नवम्बर को दीक्षा कल्याणक का भव्य वरघोड़ा, माता—पिता द्वारा दीक्षा की आज्ञा, कुल महत्तरा द्वारा दीक्षा की शुभाशीष, दीक्षा विधि केश लोच, प्रभु का प्रथम दीक्षा विहार एवं प्रतिष्ठा संबंधी चढ़ावे की बोलिया, दोपहर में नवपद पूजन, सायंकाल गांव सांझाी व मेहन्दी वितरण एवं रात्रि में अधिवासना व अंजनशलाका महाविधान, प्रथम देशना व 108 अभिषेक के कार्यक्रम होंगे।
शुभ मुहुर्त में होगी प्रतिष्ठा मेड़तवाल ने बताया कि 28 नवम्बर को प्रात: मंगलमय प्रतिष्ठा, कायमी ध्वजारोहण, सुवर्ण कलश स्थापना, तोरण बंधन, माणक स्तंभारोपण, दोपहर में शांति स्नात्र महापूजन एवं 29 नवम्बर को प्रात: द्वारोद्घाटन होगा। सतरह भेदी पूजा व दादा गुरुदेव की पूजा के साथ महोत्सव का समापन होगा। मीडिया प्रभारी नीरज लोढ़ा ने बताया कि महोत्सव के दौरान विधिविधान के कार्यक्रम बैंगलुरु के पंडित तुषार गुरुजी कराएंगे। संगीतकार की भूमिका इन्दौर के अरविन्द भाई चौरड़िया निभाएंगे। महोत्सव को ऐतिहासिक एवं भव्य बनाने के लिए समस्त संघ एकजुटता के साथ तैयारियों को अन्तिम रूप देने में जुटा हुआ है।
शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान के नूतन जिनालय की भव्यातिभव्य प्रतिष्ठा 28 नवम्बर को
