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शॉर्टकट से पैसा पाने की चाह में शिक्षक ने गंवाए 41.50 लाख रुपए, न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शुरु की जांच

प्रतीकात्मक फोटो

केकड़ी, 12 दिसम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): शॉर्टकट व जादू टोने से पैसा पाने की चाह में शिक्षक द्वारा 41.50 लाख रुपए गंवाने का मामला सामने आया है। केकड़ी शहर थाना पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर दो जनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। अजमेर रोड निवासी अशोक मीणा ने न्यायालय में दायर इस्तगासे में बताया कि वह तृतीय श्रेणी के अध्यापक पद पर भरांई स्थित राजकीय विद्यालय में पदस्थापित है तथा धार्मिक प्रवृत्ति का है। देवगांव गेट बाहर श्मशान गृह स्थित दीदारनाथ आश्रम में बने काली माता के मंदिर में वह वर्ष 2019 के मार्च माह से नियमित रूप से जा रहा है। उक्त मंदिर में बने कमरों में सब्जी मण्डी निवासी जयप्रकाश शर्मा उर्फ सिद्धान्त नाथ अघोरी उर्फ ध्यान योगी सिद्धान्त ने उपासना स्थल बना रखा था, जहां वह हवन आदि के माध्यम से तांत्रिक क्रियाएं करता था।

पीड़ित शिक्षक अशोक मीणा

गत 14 जनवरी 2020 को जयप्रकाश ने उसे आसनगांव शाहपुर जिला ठाणे महाराष्ट्र निवासी शिवनाथ के बारे बताया कि वह बहुत बड़ा तांत्रिक है तथा वह उन्हें लकड़ी की एक ऐसी पेटी देगा जिसमे तीन साल तक प्रतिदिन दस हजार रुपए निकलेंगे। इसके लिए उन्हें तीन लाख रुपए खाते में डलवाने होंगे। झांसे में आकर उसने अलग अलग एण्ट्री के माध्यम से कुल तीन लाख रुपए जयप्रकाश के खाते में डलवा दिए। इसके बाद वह जयप्रकाश एवं एक अन्य मित्र के साथ आसनगांव गया तथा शिवनाथ से लकड़ी की पेटी लेकर केकड़ी आ गया। केकड़ी लौटने के बाद उसने शिवनाथ के बताए अनुसार पेटी की पूजा अर्चना की तथा उसमे रखे नोटों में से प्रतिदिन 10 हजार रुपए निकालना शुरु कर दिया। यह सिलसिला कुल 6 दिन तक चला। इन छह दिनों में पेटी से कुल 58 हजार रुपए निकले।

सातवें दिन पेटी में से रुपए निकलना बंद हो गए। उसने जयप्रकाश को इसके बारे में बताया तो उसने शिवनाथ से बात की। शिवनाथ ने तांत्रिक क्रिया से पेटी को वापस दुरुस्त करने की बात कहते हुए पेटी वापस भेजने के लिए कहा। इसके बाद वे लकड़ी की पेटी लेकर शाहपुर गए, जहां शिवनाथ ने कोरोना की बात कहते हुए पेटी अपने पास रख ली तथा मंदिर मस्जिद खुलने के बाद पेटी को वापस दुरुस्त कर लौटाने का वादा किया। कुछ दिनों बाद जयप्रकाश ने जमीन में गड़ा सोना मिलने की जानकारी देते हुए कहा कि सोने को शुद्ध करने के लिए जड़ी बूटी खरीदनी है। इसके लिए शिवनाथ को एक लाख रुपए की आवश्यकता है। रुपए देने पर जमीन में से निकले हुए सोने का 5 प्रतिशत सोना देने का झांसा दिया गया। इसके बाद मीणा ने ई—मित्र के जरिए एक लाख रुपए खाते में डलवा दिए।

इस्तगासे में अशोक मीणा ने बताया कि झूठे चमत्कारों व तांत्रिक क्रियाओं के माध्यम से दोनों आरोपियों ने उसे कई बार झांसा दिया तथा अलग अलग हिस्सों में लाखों रुपए हड़प लिए। रिपोर्ट के अनुसार दोनों आरोपी अब तक अशोक मीणा से विभिन्न खातों में 14.95 लाख रुपए डलवा चुके है तथा 6.50 लाख रुपए नकद ले चुके है। इसके अलावा सिगरेट, शराब, नारियल, जड़ी—बूटी इत्यादि के नाम पर आरोपी उससे 20 लाख रुपए अलग से ले चुके है। इस्तगासे पर सुनवाई के बाद न्यायालय ने केकड़ी शहर थाना पुलिस को दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच करने के आदेश दिए है।

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