केकड़ी, 4 अक्टूबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): वृन्दावन से आए कथावाचक चन्द्रप्रकाश दीक्षित ने कहा कि जिनके जीवन में भगवान श्री कृष्ण की भक्ति आ गई, उन्हें ऐसा समझना चाहिए कि उनका जीवन सफल हो गया। वे पुरानी केकड़ी स्थित भानगोतान चौक में सोलंकी परिवार की ओर से आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान को खोजने के लिए कहीं जाने की जरुरत नहीं है। भगवान स्वयं आकर सारी बेड़ी-हथकड़ी को काटकर संसार सागर से मुक्त करा दिया करते हैं। कथा के दौरान जब वसुदेव जी भगवान श्रीकृष्ण को शिरोधार्य कर पहुंचे तो पूरा पाण्डाल श्री कृष्ण के जयकारों तथा ‘नन्द के आनन्द भयो….जय कन्हैया लाल की’ जय से गूंजायमान हो उठा और श्रद्धालु भाव विभार होकर नाचने लगे। कृष्ण जन्मोत्सव के लिए पाण्डाल को आकर्षक ढंग से सजाया गया। भजनों की प्रस्तुति के दौरान आयोजन स्थल का वातावरण धर्ममयी हो गया। श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर जन्मोत्सव मनाया। पूरा पाण्डाल जयकारों से गूंज उठा। भगवान कृष्ण के बाल रूप का दर्शन करने के लिए लोगों में होड़ मच गई। अंत में आयोजक परिवार ने भागवतजी की आरती की।
श्रीकृष्ण के बाल रूप का दर्शन करने के लिए मची होड़, जन्मोत्सव में झूमे श्रद्धालु
